उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक दर्दनाक हेलीकॉप्टर दुर्घटना ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। देहरादून से हर्षिल हेलीपैड के लिए रवाना हुआ एक निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर उत्तरकाशी के गंगनानी क्षेत्र के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा नाग मंदिर के नीचे, भागीरथी नदी के पास सुबह करीब 9 बजे हुआ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हेलीकॉप्टर में कुल 5 से 6 यात्री सवार थे। हादसे में अब तक 5 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। दुर्घटना के कारण पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है।
गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य के लिए पुलिस, सेना, एसडीआरएफ, आपदा प्रबंधन दल, एंबुलेंस, तहसीलदार भटवाड़ी और BDO भटवाड़ी को मौके पर भेजा गया है।
हेलीकॉप्टर एक निजी एयरलाइंस का था और खराब मौसम को इस दुर्घटना का संभावित कारण माना जा रहा है। हालांकि, अभी तक आधिकारिक रूप से हादसे की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। यह सवाल भी उठ रहा है कि यदि मौसम खराब था तो फिर हेलीकॉप्टर को उड़ान की अनुमति कैसे दी गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट कर कहा, “उत्तरकाशी के गंगनानी क्षेत्र में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में कुछ लोगों के हताहत होने का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति और शोक संतप्त परिवारों को धैर्य प्रदान करें।” उन्होंने अधिकारियों को घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने और हादसे की गहन जांच के निर्देश दिए हैं।
राज्य प्रशासन ने घटनास्थल पर त्वरित कार्रवाई करते हुए राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
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यह हादसा न सिर्फ एक तकनीकी चूक की ओर इशारा करता है, बल्कि पर्वतीय इलाकों में हवाई सेवाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है।