राहुल गांधी को बड़ा झटका, लोकसभा की सदस्यता गई, बहन प्रियंका का प्रधानमंत्री पर पलटवार


राहुल गांधी की संसद सदस्यता लोकसभा सचिवालय द्वारा खत्म कर दी गई। राहुल अगले 6 साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। इस 6 साल की गणना सजा की दो साल पूरी होने पर होती है यानि राहुल अब 2031 के बाद ही कोई चुनाव लड़ पाएंगे। कांग्रेस ने पार्टी की आपातकालीन बैठक शाम को 5 बजे बुलाई गई है। वहीं दूसरी तरफ चुनाव आयोग भी तत्परता दिखते हुए वायनाड चुनाव करने को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। अप्रेल में उपचुनाव की घोषणा हो सकती है।

राहुल गांधी को बड़ा झटका, लोकसभा की सदस्यता गई,  बहन प्रियंका का प्रधानमंत्री पर पलटवार


राहुल गांधी की संसद सदस्यता लोकसभा सचिवालय द्वारा खत्म कर दी गई। राहुल अगले 6 साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।  इस 6 साल की गणना सजा की दो साल पूरी होने पर होती है यानि राहुल अब 2031 के बाद ही कोई चुनाव लड़ पाएंगे। कांग्रेस ने पार्टी की आपातकालीन बैठक शाम को 5 बजे बुलाई गई है। वहीं दूसरी तरफ चुनाव आयोग भी तत्परता दिखते हुए वायनाड में उपचुनाव करने को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। अप्रेल में उपचुनाव की घोषणा हो सकती है। 

राहुल से पहले उनकी दादी और मां की जा चुकी है सदस्यता

राहुल, गांधी परिवार के पहले सदस्य नहीं है जिनकी सदस्यता गई है। इससे पहले उनकी दादी की 1978 में विशेषाधिकारों का हनन और सदन की अवमानना एवं मां की लाभ के पद मामले में 2006 में भी संसद से सदस्यता जा चुकी है। 

कल ही राहुल गांधी को उनके द्वारा 2019 में कर्नाटक के एक चुनावी सभा में " सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?" बयान पर दर्ज मानहानि के मामले में उन्हें सूरत के सेशन कोर्ट ने दोषी मानते हुए दो साल की सजा सुनाई थी।  उन्हें तत्काल अगले 30 दिनों के लिए कोर्ट द्वारा जमानत भी मिल गई थी।  ये मानहानि का केस गुजरात विधानसभा के भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी के द्वारा की गई थी।

कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि राहुल गांधी जी की लोकसभा सदस्यता ख़त्म कर दी गई। वह आपके और इस देश के लिए लगातार सड़क से संसद तक लड़ रहे हैं, लोकतंत्र को बचाने की हर सम्भव कोशिश कर रहे हैं। हर षड्यंत्र के बावजूद वह यह लड़ाई हर क़ीमत पर जारी रखेंगे और इस मामले में न्यायसंगत कार्यवाही करेंगे। लड़ाई जारी है ।
 
प्रियंका गांधी का कड़े शब्दों में प्रधानमंत्री मोदी पर पलटवार

नरेंद्र मोदी जी आपके चमचों ने एक शहीद प्रधानमंत्री के बेटे को देशद्रोही, मीर जाफ़र कहा। आपके एक मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी का पिता कौन है? कश्मीरी पंडितों के रिवाज निभाते हुए एक बेटा पिता की मृत्यु के बाद पगड़ी पहनता है, अपने परिवार की परंपरा क़ायम रखता है। भरी संसद में आपने पूरे परिवार और कश्मीरी पंडित समाज का अपमान करते हुए पूछा कि वह नेहरू नाम क्यों नहीं रखते…. लेकिन आपको किसी जज ने दो साल की सज़ा नहीं दी। आपको संसद से डिस्क्वालिफाई नहीं किया….राहुल जी ने एक सच्चे देशभक्त की तरह अडानी की लूट पर सवाल उठाया। नीरव मोदी और मेहूल चौकसी पे सवाल उठाया…। क्या आपका मित्र गौतम अडानी देश की संसद और भारत की महान जनता से बड़ा हो गया है कि उसकी लूट पर सवाल उठा तो आप बौखला गए? 
आप मेरे परिवार को परिवारवादी कहते हैं, जान लीजिए, इस परिवार ने भारत के लोकतंत्र को अपने खून से सींचा ..जिसे आप ख़त्म करने में लगे हैं। इस परिवार ने भारत की जनता की आवाज़ बुलंद की और पुश्तों से सच्चाई की लड़ाई लड़ी। हमारी रगों में जो खून दौड़ता है उसकी एक ख़ासियत है। आप जैसे कायर, सत्तालोभी तानाशाह के सामने कभी नहीं झुका और कभी नहीं झुकेगा। आप कुछ भी कर लीजिए। 

 

..@narendramodi जी आपके चमचों ने एक शहीद प्रधानमंत्री के बेटे को देशद्रोही, मीर जाफ़र कहा। आपके एक मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी का पिता कौन है?

कश्मीरी पंडितों के रिवाज निभाते हुए एक बेटा पिता की मृत्यु के बाद पगड़ी पहनता है, अपने परिवार की परंपरा क़ायम रखता है…1/4

— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 24, 2023

विपक्षी दलों के अन्य नेताओं का बयान  

ये  तानाशाह की अंत की शुरुआत, देश में चोर को चोर कहना अपराध हो गया, यह लोकतंत्र की सीधी हत्या है  - उद्धव ठाकरे
वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि अगर इस तरह से कानूनी करवाई हुई तो बीजेपी के कई नेता की सदस्यता चली जाएगी।  
केजरीवाल ने कहा कि 12 वीं पास प्रधानमंत्री का अहंकार सातवे आसमान पर है। कभी किसी को जेल भेजो, कभी किसी का सदस्यता रद करो, सुबह से शाम तक यही चलता रहता है 
विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है - ममता 

वहीं बीजेपी ने अपनी रणनीति पर काम करना शरू कर दिया गया।  सभी ओबीसी मंत्रियों की बैठक संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी के यहां बुलाई गई है। कांग्रेस के खिलाफ बीजेपी के OBC मंत्री जवाब देंगे। बीजेपी ने राहुल के बयान को OBC समाज के खिलाफ बताया है।
  
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने प्रेस वार्ता कर कहा कि  सरकारी संस्थाओं का दमन किया जा रहा है।  यह मुद्दा कानून से पहले सियासी है।  यह अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला है।  जो लोग सरकार से सवाल पूछते है उनके बिच डर फैलाने का ये एक जरिया है। अहम् मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश है।

लोकसभा सचिवालय के इस फैसले पर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि वो डरने वाले नहीं है। राहुल को सच बोलने की सजा मिली है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेंद्र बघेल ने कहा कि बीजेपी उसे डराने की कोशिश कर रही है जो पुरे देश को नहीं डरने का सन्देश देते हैं।   

Recent Posts

Categories