कर्नाटक विधानसभा के 224 सीटों पर मतगणना जारी है। अभी तक के रुझानों में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलती दिखाई दे रही है। कांग्रेस को 130, बीजेपी को 66 और जेडीएस को 25 के आसपास सीटें आती दिख रही है अभी तक के रुझानों में। कर्नाटक कांग्रेस के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि अगर मोदी भी आ गए, तो कुछ नहीं होगा। देखिए यही हुआ। ऐसी ही हमें उम्मीद थी कि हमें बहुमत मिलेगा। मैं सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी को धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने कड़ी मेहनत की चुनाव प्रचार के दौरान। कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डी के शिवकुमार के घर लोगों का जुटना शुरू हो गया। उन्होंने घर से बाहर निकलकर लोगों का अभिवादन किया।
आज सुबह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शिमला स्थित प्रसिद्ध जाखू हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर देश की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की।
आज कांग्रेस महासचिव श्रीमती @priyankagandhi जी ने शिमला स्थित प्रसिद्ध जाखू हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर देश की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। pic.twitter.com/IlTXdYAtjN
— Congress (@INCIndia) May 13, 2023
कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कर्नाटक के नतीजे बिल्कुल उम्मीद के अनुकूल हैं। मोदी जी ने खुद को आगे रखकर वोट मांगा था तो यह मोदी जी की हार है। बजरंग बली की गदा भ्रष्टाचारियों के सिर पर पड़ी और भाजपा सरकार वहां से निपट गई।
वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कर्नाटक में जो माहौल दिखा था आज उसी का नतीजा कर्नाटक के चुनाव परिणाम में स्पष्ट दिख रहा है। यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने शानदार कैंपेन किया। कर्नाटक ने सांप्रदायिक राजनीति को नकार कर विकास की राजनीति को चुना है। आने वाले राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भी इसकी पुनरावृत्ति होगी।
श्री राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कर्नाटक में जो माहौल दिखा था आज उसी का नतीजा कर्नाटक के चुनाव परिणाम में स्पष्ट दिख रहा है। यूपीए चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे, श्री राहुल गांधी एवं श्रीमती प्रियंका गांधी के नेतृत्व में…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 13, 2023
कांग्रेस के जीत के कारण
कांग्रेस ने यह चुनाव स्थानीय मुद्दे, भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी को आगे रख कर लड़ा। कांग्रेस कर्नाटक के जनता तक 40 % कमीशन वाली बात जनता तक पहुँचाने में सफल रही। कांग्रेस के पास राज्य स्तर पर दो मजबूत नेता डी के शिवकुमार जो वोक्कालिगा समुदाय का प्रतिनिधित्व करते है और सिद्धारमैया जो ओबीसी से आते हैं, एवं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जो दलित समुदाय से आते हैं , का भी लाभ मिला। कांग्रेस ने जातीय समीकरण भी दुरुस्त कर लिए थें। बजरंग दल को बैन करने का मुद्दा उठाकर कांग्रेस मुस्लिम का एकमुश्त वोट पाने में कामयाब रही।
बीजेपी के हार के कारण
बीजेपी अन्य चुनाव की तरह ये चुनाव भी प्रधानमंत्री के चेहरे, हिंदुत्व और केंद्र सरकार के कामों को आगे रख कर लड़ी। बीजेपी के हार का सबसे बड़ा कारण वहां के मुख्यमंत्री का मजबूत चेहरा न होना। सीएम की कुर्सी पर रहते हुए भी बोम्मई का कोई खास प्रभाव नहीं दिखा पाएं। उनके सरकार पर 40 % कमीशन का भ्रस्टाचार का जो आरोप लगा उससे वो बड़ी नहीं हो पाएं और जनता तक यह बात घर कर गई। बीजेपी को इस चुनाव में ध्रुवीकरण का लाभ भी नहीं मिला। चुनाव प्रचार के अंतिम दिनों में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से लेकर स्थानीय नेता तक बजरंग बली का मुद्दा जोर शोर से उठाया गया लेकिन उसका भी कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा। कर्नाटक में बीजेपी को स्थापित करने वाले वरिष्ठ नेता येदियुरप्पा को साइड लाइन करना भी बीजेपी को महंगा पड़ा। बीजेपी इस बार सत्ता विरोधी लहर की काट तलाशने में भी असफल रही।