लोकसभा में सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा संसद के विशेष सत्र में चंद्रयान-3 की सफलता पर चर्चा के दौरान बसपा सांसद कुंवर दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया था। इस मामले की जांच लोकसभा समिति को सौंप दिया गया है।
सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया X पर इस मामले की जांच लोकसभा समिति को सौंपे जाने का स्वागत करते हुए कहा है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी का आभार, उन्होंने दानिश अली प्रकरण में लोकसभा सचिवालय समिति की कमिटि को जॉंच का ज़िम्मा सौंपा।आज यह इसलिए संभव हो पाया क्योंकि लोकसभा में भाजपा का बहुमत है,नहीं तो पहले लोकसभा ने 2006 में RJD-JDU-congress का जूता व माईक मारपीट,2012 में सोनिया गांधी जी की मारपीट व 2014 में तेलंगाना बनने के समय फैटा फाईट व सांसद को घायल देखा,ना कमिटि बनी ना सजा हुई।
सांसद रमेश बिधूड़ी को इस मामले के कारण भाजपा द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे 15 दिन में जवाब मांगा गया था। इसके साथ ही लोकसभ अध्यक्ष ओम बिरला ने भी फ़ोन कर रमेश बिधूड़ी को चेतावनी दी थी। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने भी ओम बिरला से रमेश बिधूड़ी को संसद से निलंबित करने की मांग की थी।
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एक तरफ तो भाजपा ने रमेश बिधूड़ी को नोटिस देकर 15 दिन में जवाब मांगा था जिसकी मियाद अभी पूरी भी नहीं हुई है कि पार्टी ने रमेश बिधूड़ी को राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए टोंक जिले का प्रभारी बना दिया है। आपको बताते चले की कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट वहां से चुनाव लड़ते है। टोंक सचिन पायलट का गढ़ माना जाता है।
सांसद रमेश बिधूड़ी को टोंक जिले का प्रभारी बनाए जाने पर बसपा सांसद दानिश अली ने कहा है कि भाजपा ध्रुवीकरण की राजनीति करती है। देश की जनता इस बात को समझ चुकी है। अनेक गुर्जर समाज के लोगों ने मुझसे कहा है कि बिधूड़ी ने हमारे समाज को शर्मिंदा किया है। जिस जिले के वे प्रभारी बने हैं वहां के लोग उनको जवाब देंगे।