शहरों के साथ-साथ सरकार गांव-कस्बों के विकास के लिए भी समय समय पर फंड रिलीज करती है। लेकिन गांव के लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है कि सरकार से कितना फंड किस चीज के लिए मिला है।
गांव के मुखिया या सरपंच के पास विकास के नाम पर कितना पैसा आता है इसकी जानकारी गांव के लोगों को अमूमन नहीं होती है।
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ऐसे में ये जानना जरूरी है कि गांव के विकास के लिए कितना फंड आया है और किन-किन कामों में उसका इस्तेमाल हुआ है और सबसे बड़ी बात पैसा पूरा लगा है या डकार लिया गया है।
आज के आर्टिकल में हम आपको इसकी पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।
यहां देख सकते हैं रिपोर्ट
गांव के मुखिया के लिए अक्सर ये बोला जाता है कि गांव के विकास के नाम का पैसा पूरा काम में नहीं लगा। लेकिन लोगों को नहीं पता कि इसकी जानकारी भी मिल सकती है। इसके लिए लोगों को ई-ग्राम स्वराज की वेबसाइट पर जाना होगा। यहां उन्हें प्लानिंग एंड रिपोर्ट का एक ऑप्शन दिखाई देगा। इसके बाद आपको अपना राज्य, जिला और गांव का नाम सेलेक्ट करना होगा। ऐसा करने के बाद ग्राम पंचायत का पूरा डेटा आपने सामने खुल जाएगा।
यहीं से पता चल जाएगा कि गांव के विकास के लिए कितना पैसा आया है, कितना पैसा लगा और कौन सी स्कीम आई है। वेबसाइट से पता चल जाएगा कि अगर कोई काम नहीं हुआ है लेकिन उसे पूर्ण दिखाया गया है तो इसका मतलब उस काम का पैसा डकार लिया गया है।
ऐसे कर सकते हैं शिकायत
अपने ग्राम पंचायत में हुए सारे काम आप planningonline.gov.in पर जाकर भी देख सकते हैं। अगर वेबसाइट से आंकड़ों से लगता है कि पैसा विकास के कामों में नहीं लगा है तो गांव के मुखिया के खिलाफ शिकायत की जा सकती है। अगर शिकायत ठीक निकली तो मुखिया के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।