रोहित शर्मा ने रिटायरमेंट पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सिडनी टेस्ट मैच से खुद को बाहर करने के फैसले के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि पिच पर गेंदबाजों को मदद मिल रही थी और यह मैच धैर्य की परीक्षा साबित हो सकता है। उनका मानना है कि हमारे बल्लेबाजों को मुश्किलें आईं, लेकिन विपक्षी टीम के बल्लेबाजों के लिए भी यह आसान नहीं होगा। टीम के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और क्षेत्ररक्षण भी बेहतरीन था। अगले सत्र को लेकर उन्होंने कहा, “अगला सत्र बेहद अहम होगा। टेस्ट क्रिकेट में हर सत्र महत्वपूर्ण होता है। हम पिछला सत्र जीत चुके हैं, उम्मीद है कि हम अगला भी जीतेंगे।”
पूर्व कप्तान ने अपनी अनुपस्थिति के कारणों पर भी बात की। उन्होंने बताया, “मैंने खुद को इस मैच से बाहर कर दिया, क्योंकि मैं इस समय अच्छे फॉर्म में नहीं था। यह एक महत्वपूर्ण मैच था, और टीम को एक फॉर्म में खिलाड़ी की जरूरत थी। यह रिटायरमेंट का फैसला नहीं है, बल्कि एक फॉर्म में न होने के कारण मैंने यह निर्णय लिया। मुझे पूरा यकीन है कि चीजें बदलेंगी।”
उन्होंने कहा कि जब वह पर्थ पहुंचे, तो यह स्पष्ट था कि उनकी टीम ने क्यों जीत हासिल की। “KL राहुल और यशस्वी जायसवाल ने शानदार बल्लेबाजी की और हमें ऐसी स्थिति में ला खड़ा किया जहां हम मैच हारने का जोखिम नहीं उठा सकते थे।”
रोहित शर्मा ने यह भी कहा कि वे भविष्य के बारे में ज्यादा नहीं सोचते, बल्कि वर्तमान में जो जरूरी है, उस पर ध्यान केंद्रित करते हैं। “मैं हमेशा टीम के बारे में सोचता हूं, अगर आप टीम के बारे में नहीं सोचते तो आप उस टीम के खिलाड़ी नहीं बन सकते। क्रिकेट के बाहर भी मैं वही सोचता हूं और यही मेरी मानसिकता है।”
टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, “बुमराह ने गेंद से जो मानक सेट किए हैं, वह बेमिसाल हैं। 2013 में जब मैंने उन्हें पहली बार देखा था, तब से उनका ग्राफ लगातार ऊपर गया है। उन्होंने खुद को साबित किया है कि इस प्रारूप में सफलता केवल कड़ी मेहनत से मिलती है।”
टीम की कप्तानी के बारे में उन्होंने कहा, “कभी-कभी नेतृत्व में अच्छे दिन नहीं आते, लेकिन हम हमेशा जीतने की मानसिकता के साथ मैदान में उतरते हैं। कभी-कभी परिणाम हमारे पक्ष में नहीं होते, लेकिन मैं कभी भी खुद पर शक नहीं करता।”
अंत में, उन्होंने कहा कि उनकी योजना भविष्य में खेलने की नहीं है, बल्कि टीम की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सही निर्णय लेना है। “यह निर्णय मैंने अपनी फॉर्म को देखते हुए लिया है, और मैं हमेशा टीम के हित में सोचता हूं।”
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यह बयान यह साफ करता है कि उन्होंने खुद को टीम के लिए सही कदम उठाने के तौर पर बाहर किया और उम्मीद जताई कि भविष्य में परिस्थितियाँ बदल सकती हैं।