ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने पाकिस्तान द्वारा आतंकी गतिविधियों और नियंत्रण रेखा (LoC) पर उकसावे का करारा जवाब देते हुए एक सटीक और समन्वित सैन्य अभियान को अंजाम दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय थल सेना, वायु सेना और नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस अभियान की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि भारतीय सशस्त्र बलों ने मिलकर आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक कार्यवाही की है।
भारतीय सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि भारतीय बलों ने 9 आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर 100 से अधिक आतंकवादियों को ढेर कर दिया। इन हमलों में यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदासिर अहमद जैसे कुख्यात आतंकवादी मारे गए, जो IC814 विमान अपहरण और पुलवामा हमले जैसे मामलों में शामिल थे।
उन्होंने यह भी बताया कि इन हमलों के बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें गांवों, नागरिकों और धार्मिक स्थलों को भी निशाना बनाया गया। भारत ने इस आक्रामक प्रतिक्रिया के बावजूद संयम बनाए रखा और नागरिक क्षेत्रों को सुरक्षित रखा।
वायुसेना की रणनीतिक जवाबी कार्रवाई
भारतीय वायु सेना के महानिदेशक वायु अभियान (DG Air Ops) एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने बताया कि 8 और 9 मई की रात को पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और UAV के ज़रिए भारत के विभिन्न शहरों पर हमला करने की कोशिश की गई। हालांकि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली पूरी तरह तैयार थी और समय रहते इन खतरों को विफल कर दिया गया।
भारतीय वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई में गुजरांवाला, चकलाला, रफीक, रहीम यार खान, सरगोधा, भुलारी और जैकोबाबाद जैसे पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इन हमलों से पाकिस्तान के कमांड सेंटर, एयर डिफेंस सिस्टम और अन्य सैन्य ढांचों को गंभीर नुकसान पहुंचा है।

नौसेना की महत्वपूर्ण भूमिका
भारतीय नौसेना के महानिदेशक नौसेना अभियान (DGNO) वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि नौसेना ने इस अभियान में उन्नत और सटीक हथियार प्रणाली प्रदान की, जिससे हमले और भी प्रभावी हुए। समंदर से आने वाले किसी भी खतरे के लिए नौसेना पूरी तरह से तैयार है और रणनीतिक समर्थन दे रही है।
पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान
DGMO ने यह भी बताया कि 7 से 10 मई के बीच नियंत्रण रेखा पर हुई जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 सैनिक मारे गए हैं। भारत की इस कार्रवाई ने स्पष्ट कर दिया है कि देश की सुरक्षा के साथ कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा और आतंकवाद को हर हाल में मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।
भारत की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन
भारत ने इस सैन्य अभियान के ज़रिए यह साबित कर दिया है कि आतंकवाद और आक्रामकता का जवाब दृढ़ता, तैयारी और सटीकता से दिया जाएगा। इस पूरे अभियान में सेना, वायुसेना और नौसेना के तालमेल ने भारत की एकजुट सैन्य क्षमता को दर्शाया है।