भारतीय वायुसेना द्वारा हाल ही में किए गए जवाबी हमले को लेकर एयर ऑपरेशंस के डायरेक्टर जनरल, एयर मार्शल एके भारती ने स्पष्ट और सख्त बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत का मकसद केवल दुश्मन को सख्त संदेश देना और आतंक से जुड़े ठिकानों को तबाह करना था, न कि मारे गए लोगों की संख्या गिनना।
प्रेस ब्रीफिंग में एयर मार्शल भारती ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने जिस लक्ष्य को तय किया था, उसे पूरी तरह से सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि इस पूरे अभियान में भारतीय वायुसेना के सभी पायलट सुरक्षित अपने अड्डे पर लौट आए हैं।
दुश्मन को सटीक और संतुलित जवाब
एयर मार्शल भारती ने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के उन सैन्य अड्डों पर निशाना साधा, जो सीधे तौर पर रणनीतिक और आतंकी गतिविधियों से जुड़े हुए थे। उन्होंने बताया कि वायुसेना ने पश्चिमी मोर्चे पर चकलाला, रफीक, रहीम यार खान जैसे अहम एयरबेस को निशाना बनाया। इसके अलावा सरगोधा, भुलारी और जैकबाबाद जैसे ठिकानों पर भी कार्रवाई की गई।
कोई अनावश्यक तबाही नहीं, सिर्फ रणनीतिक ठिकाने निशाने पर
उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने किसी भी तरह की अनावश्यक तबाही नहीं की है। कार्रवाई केवल उन स्थानों पर की गई जो आतंकवाद से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े थे। “हम बॉडी बैग गिनने नहीं गए थे, हमारा मकसद दुश्मन के सैन्य ढांचे को नुकसान पहुंचाना था,” उन्होंने दोहराया।
राफेल और अन्य विमानों की भूमिका
भारतीय वायुसेना के राफेल और अन्य लड़ाकू विमानों ने इस मिशन में प्रमुख भूमिका निभाई। एयर मार्शल ने यह स्पष्ट किया कि युद्ध क्षेत्र में नुकसान एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, लेकिन संतोष की बात यह है कि हमारे सभी पायलट सुरक्षित हैं।
सेना हाई अलर्ट पर
उन्होंने बताया कि वर्तमान में भारतीय सशस्त्र बल पूरी तरह हाई अलर्ट पर हैं और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। एयर मार्शल ने यह भी संकेत दिया कि अगर जरूरत पड़ी तो भारत और भी बड़ी कार्रवाई करने में सक्षम है।
भारत का स्पष्ट संदेश
एयर मार्शल एके भारती का यह बयान स्पष्ट संकेत देता है कि भारत अब किसी भी आतंकी हमले या खतरे के प्रति नरमी नहीं बरतेगा। जवाब सटीक, तीखा और संतुलित होगा — और यह दुश्मन को उसी की भाषा में समझाने का एक मजबूत तरीका है।