शाहिद कपूर ने “ब्लडी डैडी” फिल्म में सुमेर आज़ाद की भूमिका निभाई है। एवं सुमेर आजाद का ऐसा किरदार है जो NCB विभाग का अधिकारी होता है। सरकारी विभाग में होने के बाद भी, वह सिकंदर चौधरी (रोनित राय) के लिए काम करता है। रोनित रॉय फिल्म में ड्रग्स और भी कई तरह के नशे का कारोबार करता है। सुमेर के पास एक कोकीन का बैग होता है, परन्तु वो बैग उसे सिकंदर को देना होता है उसे पहले वो उसके पास से चोरी हो जाता ह। और चुराने वाला और कोई नहीं पुलिस विभाग समीर (राजीव खंडेलवाल) के अधिकारी करता है, जो अपने खुद का रैकेट भी चालता हैं। आखिरी कहानी यह है कि जब अलेक्जेंडर को ड्रग्स से भरा बैग नहीं मिलता है, तो वह सुमेर के बेटे का अपहरण कर लेता है। दृष्टि में कहानी यह है कि सुमेर अपने बेटे को बचा सकता है या नहीं। इसके लिए, आपको ध्यान से फिल्म देखना होगा।
इस फिल्म की कहानी सिर्फ 24 घंटे की है। उन्होंने इस फिल्म को विस्तार से दिखाया है। फिल्म का पहला भाग आपको इस कहानी से परिचित कराता है। हीरो “ब्लडी डैडी” में दर्द से भी ग्रस्त है, जो स्क्रीन पर स्पष्ट रूप से दिखाया गया है। यह फिल्म इतनी सटीक है कि दर्शको के द्वारा ज्यादा शिकायतें नहीं मिल रही हैं। बस हां एक-दो छोटे सीन हैं, जो और अच्छे हो सकते थे।
क्यों देखे ये फिल्म ? – ये पहली बार नहीं है कि बॉलीवुड में ड्रग और क्राइम पर पहली फिल्म बनी हो। ऐसी फिल्मों का सिलसिला काफी पुराना है और चलता भी रहेगा। लेकिन अली अब्बास की फिल्म आपको एक अलग ही लेवल पर एंटरटेन करती है। शाहिद कपूर के फैन्स के लिए ‘ब्लडी डैडी’ एक बेहतरीन तोहफा है, यह देखने के बाद कि उनका प्यार शाहिद के लिए और बढ़ जायगा.
निर्देशक–अली अब्बास जफर
कलाकार–शहीद कपूर, डायना पेंटी, राजीव खंडेलवाल, रोनित रॉय, संजय कपूर, विवान भटेना, ज़ीशान कादरी, अंकुर भाटिया आदि
जॉनर–एक्शन–थ्रिलर–ड्रामा