बड़े दिनों के बाद ठंडी हवा के झौंके सी एक फिल्म जो हंसाती भी है, रुलाती भी है..और दिल को भाती भी है..
Trending Film On OTT: इस फिल्म में कोई विलेन नहीं है. फाइट सीन्स और ऐक्शन भी नहीं है..कोई आइटम सांग भी नहीं है..कोई सस्पेंस और थ्रिल भी नहीं है..पर जो है बड़ा प्यारा है..हंसाता है रुलाता है और दिल को भाता है..
कोई सुपरस्टार या सुपर ऐक्ट्रेस नहीं है इस फिल्म में..किन्तु जो अभिनेता हैं उन्होंने बाँध लिया फिल्म को और देखने वालों को भी. इतनी सरलता और सहजता शायद आपने देखी नहीं होगी पहले किसी फिल्म में. कोई अतिशयोक्ति भी नहीं और कोई अनअपेक्षित कथानक भी नहीं.
सीधापन सबके दिल को भाता है लेकिन उसमे भी तो कोई विशेष आकर्षण होना चाहिए. इस फिल्म में है वो ख़ास बात. हमारे भीतर के अच्छे इंसान को जब कोई अच्छा दिखता है तो दिल को अच्छा लगता है लेकिन अगर वहां कुछ और भी ऐसा हो जो दिल को छू जाए -तो बहुत अच्छा लगता है !
इस साल याने 2024 में एक फिल्म ऐसी आई है जिसे धाँसू कहने में कोई ज्यादती नहीं होगी. ये फिल्म बिना किसी शोर-शराबे के आई और उसके बाद छा गई दिल पर. शोर हुआ मगर बाद में. प्यारी फिल्म का प्यारा शोर है ये !
मन तो नहीं कर रहा कि अभी इस फिल्म का नाम आपको बता दें. थोड़ा सस्पेंस अभी और चाहिए ताकि हमे बताने में मज़ा आये और आपको सुनने में. एक बार देख के खुश हो जाइएगा और फिर शान्ति से एक बार और बैठ कर देखिएगा इस फिल्म को. आंसू तो दूसरी बार में भी आएंगे !
लोगों के दिलों पर कब्ज़ा जमाने वाली इस फिल्म की की आईएमडीबी पर रेटिंग 8 से ज्यादा है.
इन दिनों क्या हर दिनों याने पहले भी और उसके पहले भी हमेशा ही एक्शन फिल्मों का बोलबाला रहा है. चाहे वो बॉलीवुड हो या सालीवुड याने अपने साउथ का सिनेमा – मारधाड़ वाली फिल्मे हमेशा दोनों तरफ की फेवरिट रही हैं -देखने वालों की भी और बनाने वालों की भी !
इस साल भी मार और धाड़ वाली फिल्मों ने थियेटरों पर दस्तक दी हैं पर इस फिल्म को देखने के बाद उन सबके नाम ही याद नहीं आ रहे. अब जान ही लीजिये इस फिल्म का नाम..मगर एक प्रॉब्लम है ..नाम हम बता नहीं सकते बोलने में मुश्किल है..आप खुद ही पढ़ लो – Meiyazhagan.
ये फिल्म असल में तमिल भाषा में बनी फिल्म की हिंदी रिलीज़ है. ओरिजिनल नाम Meiyazhagan ही है. डेढ़ माह पहले सितंबर में रिलीज हुई थी ये फिल्म. मुख्य भूमिका में इस फिल्म में अरविंद स्वामी नायक की भूमिका में और सह-नायक की भूमिका में कार्ति है.
इसके अलावा कुछ कलाकार अपनी भोली ऐक्टिंग से फिल्म को भली बनाने में अपना योगदान निभाते हैं. श्री दिव्या, देवदर्शिनी चेतन, राज किरण और वी जयप्रकाश जैसे अभिनेता महत्वपूर्ण भूमिकाओं में दिखाई देते हैं. परन्तु फिल्म में कहानी अरविंद स्वामी और कार्ति के चारों तरफ ही घूमती रहती है .