गांधी मंडेला फाउंडेशन के द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 154वें जयंती के अवसर पर श्री वेंकटेश्वर कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय) के प्रांगण में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भारत में दक्षिण कोरिया, रवांडा, डेनमार्क के राजदूत एवं उनके प्रतिनिधि, गांधी मंडेला फाउंडेशन के अध्यक्ष आध्यात्मिक गुरु स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज, गांधी मंडेला फाउंडेशन के संस्थापक और महासचिव एडवोकेट नंदन झा जी, गांधी मंडेला पुरस्कार के जूरी अध्यक्ष भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति के जी बालाकृष्णन जी, गांधी मंडेला फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम जाजू जी (पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भाजपा), श्री वेंकटेश्वर कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो के चंद्रमणि सिंह, प्रोफेसर स्वर्ण सिंह एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहें।
गांधी मंडेला फाउंडेशन भारत सरकार ट्रस्ट अधिनियम के तहत पंजीकृत है, जो दुनिया भर में व्यक्तिगत स्वतंत्रता, नागरिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों को बढ़ावा देता है । गांधी मंडेला फाउन्डेशन का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है और वैश्विक उपस्थिति के तौर पर अमेरिका, अफ्रीका, रूस, लंदन, स्विट्जरलैंड, चीन, नेपाल और बांग्लादेश में कार्यरत है। फाउंडेशन ने महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला की विरासतों को आगे बढ़ाने वालों को सम्मानित करने के लिए महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के दौरान गांधी मंडेला पुरस्कारों की स्थापना की। प्रथम गांधी मंडेला अवार्ड से विश्व भर में शांति और गांधी के विचारों को बढ़ाने वाले तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा को सम्मानित किया गया।
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गांधी मंडेला फाउंडेशन के संस्थापक और महासचिव एडवोकेट नंदन झा हैं और फाउंडेशन के अध्यक्ष भारत के हिंदू आध्यात्मिक नेता स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज हैं।
गांधी मंडेला पुरस्कार की जूरी दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित जूरी में से एक है। इस जूरी में भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और मानवाधिकार आयोग के पूर्व अध्यक्ष माननीय न्यायमूर्ति के जी बालकृष्णन के साथ ही नेपाल और बांग्लादेश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश शामिल हैं।