अमेरिका में एक और भारतीय मूल के शख्स ने परचम फहराया है। भारतीय मूल के काश पटेल (Who is Kash Patel) को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने FBI (फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन) का डायरेक्टर नियुक्त किया है। इसकी घोषणा खुद डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर की है। बता दें कि कश्यप ‘काश’ पटेल डोनाल्ड ट्रंप के बहुत खास हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा?
डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मुझे गर्व है यह घोषणा करने में कि कश्यप ‘काश’ पटेल फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (FBI) के अगले निदेशक के रूप में कार्य करेंगे। काश एक उत्कृष्ट वकील, जांचकर्ता और ‘अमेरिका फर्स्ट’ के सिद्धांतों के समर्थक हैं, जिन्होंने अपना करियर भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने, न्याय का बचाव करने और अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा करने में समर्पित किया है। पहले कार्यकाल के दौरान, काश ने रक्षा विभाग में चीफ ऑफ स्टाफ, राष्ट्रीय खुफिया विभाग के डिप्टी डायरेक्टर, और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में आतंकवाद विरोधी के लिए वरिष्ठ निदेशक के रूप में शानदार कार्य किया। उन्होंने 60 से अधिक जूरी ट्रायल्स का नेतृत्व भी किया।
यह FBI अमेरिका में बढ़ते अपराध संकट को समाप्त करेगी, आपराधिक प्रवासी गैंग्स को खत्म करेगी, और सीमा पार मानव और ड्रग तस्करी के खतरे को रोकेगी। काश, हमारे महान अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी के अधीन कार्य करते हुए, FBI में विश्वास, बहादुरी, और ईमानदारी को वापस लाएंगे।”
कौन हैं काश पटेल?
काश पटेल (कश्यप ‘काश’ पटेल) अमेरिकी राजनीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख व्यक्तित्व हैं। उनका जन्म 25 फरवरी 1980 को न्यूयॉर्क में भारतीय प्रवासी परिवार में हुआ था। उनके माता-पिता मूल रूप से वडोदरा, गुजरात से हैं। काश ने यूनिवर्सिटी ऑफ रिचमंड और यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से कानून की पढ़ाई की।
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करियर की शुरुआत
काश पटेल ने अपने करियर की शुरुआत पब्लिक डिफेंडर के रूप में की और बाद में अमेरिकी न्याय विभाग में आतंकवाद से जुड़े मामलों के अभियोजक बने। उन्होंने अल-कायदा और आईएसआईएस जैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़े मामलों पर काम किया।
ट्रम्प प्रशासन में भूमिका
उन्होंने डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन के दौरान कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं, जैसे राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में वरिष्ठ निदेशक और रक्षा मंत्रालय के कार्यवाहक सचिव के चीफ ऑफ स्टाफ। वह “न्यूनिस मेमो” जैसे विवादित मुद्दों में भी शामिल रहे, जो रूस की चुनावी दखलअंदाजी की जांच से जुड़ा था।
विवाद और प्रसिद्धि
काश पटेल को ट्रम्प के प्रति उनकी वफादारी और अमेरिकी खुफिया एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियों में सुधार के लिए उनके प्रयासों के कारण जाना जाता है। हाल ही में उनका नाम संभावित एफबीआई निदेशक या सीआईए प्रमुख के रूप में भी चर्चा में है