भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की मीटिंग शुक्रवार को हुई, जिसमें किसानों के लिए बड़ा फैसला लिया गया। आरबीआई यह मीटिंग प्रत्येक दो महीने में करती है। इस मीटिंग में लिए गए फैसलों के बारे में जानकारी देते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कृषि लोन पर बड़ा ऐलान किया।
कृषि लोन की सीमा बढ़ाई
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि कोलेटरल फ्री कृषि लोन की सीमा बढ़ा दी गई है। अब किसान बिना कोई सामान गिरवी रखे दो लाख रूपये तक का लोन ले सकता है। पहले यह सीमा 1.60 लाख रूपये थी। यह फैसला समग्र मुद्रास्फीति और कृषि इनपुट कॉस्ट में हुई बढ़ोतरी को देखते हुए लिया गया है। इसको लेकर आरबीआई जल्द ही दिशा-निर्देश जारी करेगी। आखिरी बार इसमें 2019 में बदलाव किया गया था।
आरबीआई ने कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) को घटाया
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकों के लिए कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) 4.5% से घटाकर 4% किया। इस कटौती से सिस्टम में 1.16 लाख करोड़ रुपया कैश आएगा। यह कटौती दो चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में 14 दिसंबर को 0.25% और दूसरे चरण में 28 दिसंबर को 0.25% कटौती किया जाएगा।
रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने जानकरी दी की रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। रेपो रेट 6.50% पर ही बरकरार रखा गया हैं। इससे संदेश साफ है कि होम लोन, ऑटो लोन समेत तमाम तरह के लोन सस्ते नहीं होंगे।
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रेपो रेट क्या होता है?
रेपो रेट वह दर होता है जिसपर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सभी बैंकों को लोन (ऋण) देती है।