प्राकृतिक आपदाएं कब-कैसे आ जाए, इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल होता है। कई बार प्राकृतिक आपदाओं के कारण देश के किसानों को भारी नुकसान हो जाता है, उनकी जमी जमाई फसल मिनटों में बर्बाद हो जाती है। प्राकृतिक आपदा संकट और खतरे से लोगों को सतर्क करने के लिए केरल में अद्भुत प्रयोग किया गया है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने दुनिया की सबसे तेज़ मौसम चेतावनी प्रणालियों में से एक, ‘कवचम’ (KaWaCHaM) लॉन्च किया। इसे जलवायु परिवर्तन से प्रेरित मौसम की घटनाओं के दौरान बचाव और पुनर्वास प्रयासों को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
सीएम ने बताया कि, यह परियोजना महत्वपूर्ण है, क्योंकि राज्य 2018 की भारी बाढ़ और पिछले साल विनाशकारी वायनाड भूस्खलन के बाद से वार्षिक जलवायु आपात स्थितियों का सामना कर रहा है, जिसके परिणामस्वरूप 420 लोगों की मौत हो गई थी।
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केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) के अनुसार, KaWaCHaM एक उन्नत आपदा चेतावनी प्रणाली है जो राज्य की प्रारंभिक आपदा तैयारियों और सार्वजनिक सुरक्षा में सुधार के लिए अलर्ट, सायरन और वैश्विक मौसम मॉडल को एकीकृत करती है।
‘KaWaCHaM’ सुरक्षा का प्रतीक है। जिसका मतलब केरल चेतावनी संकट और खतरा प्रबंधन प्रणाली है, और ये ‘ढाल’ शब्द का मलयालम में कवचम अनुवाद है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई ने ये भी बताया कि ये प्रणाली किसानों और बचाव बलों को आपदा की सटीक चेतावनी पहले ही दे देगी। इसके लिए इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर और कैमरे जो कि 24 घंटे संचालित रहेंगे, आदि उपकरण लगाए गए हैं। सीएम ने ये भा बताया कि इसमें लगे साइरन से लोगों को चेतावनियों और उचित कार्रवाई के बारे में शिक्षित किया जाएगा। अभी तक राज्य में 91 सायरन लगाए गए हैं और बाकी पर काम अभी जारी है।