अयोध्या से एक दुखद खबर आ रही है। अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास का बुधवार सुबह निधन हो गया है। 87 साल के सत्येंद्र दास ने लखनऊ PGI में अंतिम सांस ली। आचार्य सत्येंद्र दास को 3 फरवरी को लखनऊ के एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। सत्येंद्र दास को ब्रेन स्ट्रोक हो गया था जिसके बाद उन्हें भर्ती किया गया। आचार्य का पार्थिव शरीर अयोध्या के लिए रवाना हो गया है, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा।
आचार्य सत्येंद्र दास एक प्रतिष्ठित भारतीय धर्मगुरु और अयोध्या के राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी (मुख्य अर्चक) थे। वे हिंदू धर्म और विशेष रूप से रामायण से जुड़े आध्यात्मिक और धार्मिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाते थे।
आचार्य सत्येंद्र दास का परिचय
आचार्य सत्येंद्र दास रामलला के मुख्य पुजारी के रूप में राम जन्मभूमि में पूजा-अर्चना का नेतृत्व करते थे। उन्होंने अयोध्या विवाद के दौरान भी धार्मिक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे वेद, उपनिषद, और हिंदू धर्मग्रंथों के ज्ञाता थे। उन्होंने धर्म और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दिया था।
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राम जन्मभूमि विवाद में भूमिका
आचार्य सत्येंद्र दास ने अयोध्या राम मंदिर आंदोलन और इसके निर्माण प्रक्रिया के दौरान विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक अनुष्ठानों का नेतृत्व किया। वे अपनी साधारण जीवनशैली, धार्मिक ज्ञान और अयोध्या के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते थे।
आचार्य सत्येंद्र दास वर्तमान में राम जन्मभूमि परिसर में भगवान रामलला की दैनिक पूजा का नेतृत्व करते थे। वे हिंदू समाज के लिए धार्मिक मार्गदर्शन और परामर्श भी प्रदान करते थे।