Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में स्थिति राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। राम मंदिर ट्रस्ट के अनुसार उन्हें धमकी भरा एक मेल आया है जिसमें राम मंदिर पर हमले की बात कही है। मेल आते ही हड़कंप मच गया और पुलिस मामले की छानबीन में लग गई है।
सूत्रों की मानें तो, तमिलनाडु के एक शख्स ने ये मेल किया है। मामले पर अयोध्या साइबर थाने में FIR दर्ज की गई है। जानकारी के अनुसार राम जन्मभूमि ट्रस्ट के मेल में लिखा था, ‘राम मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दो।’
अयोध्या राम मंदिर के बारे में खास बातें..
अयोध्या राम मंदिर भारत के सबसे पवित्र और ऐतिहासिक मंदिरों में से एक है, जो भगवान श्रीराम के जन्मस्थान “अयोध्या” में स्थित है। यह मंदिर धार्मिक, सांस्कृतिक और भावनात्मक रूप से करोड़ों हिंदुओं के लिए अत्यंत महत्व रखता है।
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इतिहास की झलक
- अयोध्या को भगवान श्रीराम की जन्मभूमि माना जाता है।
- वर्षों तक इस स्थान पर विवादित ढांचा (बाबरी मस्जिद) था, जिसे 1992 में ढहा दिया गया।
- इसके बाद एक लंबा कानूनी संघर्ष चला और 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने रामलला विराजमान के पक्ष में ऐतिहासिक फैसला सुनाया।
- अदालत ने राम मंदिर निर्माण के लिए 5 एकड़ भूमि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को दी।
राम मंदिर का निर्माण
भूमि पूजन: 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया।
मंदिर निर्माण कार्य: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अंतर्गत चल रहा है।
निर्माण में पारंपरिक नागरा शैली (उत्तर भारतीय मंदिर स्थापत्य) अपनाई गई है।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह
- 22 जनवरी 2024 को भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई।
- इस अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री सहित कई श्रद्धालु, साधु-संत और गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
- यह समारोह पूरे भारत में उत्सव की तरह मनाया गया।
मंदिर की विशेषताएं:
- तीन मंजिला भव्य मंदिर, जिसमें 392 खंभे और 5 मंडप हैं।
- मंदिर का गर्भगृह पूरी तरह पत्थर से बना है, जिसमें भगवान रामलला की भव्य मूर्ति स्थापित की गई है।
- नक्काशीदार पत्थरों से बनी दीवारें और स्तंभ अद्वितीय वास्तुशिल्प का उदाहरण हैं।
पर्यटन और दर्शन
अयोध्या अब एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल बन चुका है। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं। दर्शन और मंदिर यात्रा की ऑनलाइन सुविधा भी उपलब्ध है।