रूस-यूक्रेन वॉर के बीच एक हैरान कने वाली खबर सामने आ रही है। दो अमेरिकी अधिकारियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन पर परमाणु हमले की तैयारी कर रहे रूस को रोकने में अहम भूमिका निभाई थी।
रिपोर्ट्स की मानें तो 2022 में रूस-यूक्रेन वॉर के अमेरिका ने कीव के खिलाफ मॉस्को की ओर से परमाणु हमले से निपटने के लिए तैयारी कर दी थी लेकिन फिर पीएम मोदी के हस्तक्षेप के बाद फैसला वापस लिया गया।
बता दें कि करीब 80 साल पहले अमेरिका ने हिराशिमा-नागासाकी पर परमाणु बम गिराए थे, उसके बाद ये दूसरा मौका होता लेकिन पीएम मोदी और कई अन्य देशों के हस्तक्षेप के बाद इसे टाला गया। अगर परमाणु युद्ध होता तो कई दशकों की पीढ़ियों को इसका खामयाजा भुगतना पड़ता।

बताया जा रहा 2022 में जब यूक्रेन की सेना दक्षिण में रूस के कब्जे वाले खेरसन के लिए आगे बढ़ रही थी और उन्होंने रूसी सेना को घेर लिया था। तब परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की संभावनाएं बढ़ गई थीं। फिर अमेरिकी प्रशासन बाईडेन ने भारत समेत कई देशों से इस बारे में बात की। जिसके बाद भारत ने रूस से संपर्क किया और फैसला वापस लेने का दबाव बनाया।
फरवरी 2022 से चल रहे रूस-यूक्रेन संघर्ष के दौरान पीएम मोदी लगातार अलर्ट हैं और नजर बनाए हुए हैं। साथ ही रूस-यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने का जिम्मा भी उठाया।