IPL 2025 का फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, लेकिन अंत में बाज़ी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के हाथ लगी। एक समय तक बराबरी की टक्कर नजर आ रही थी, लेकिन पंजाब किंग्स एक बार फिर खिताब के दरवाजे तक पहुंचकर चूक गई। अहम मौकों पर गलतियों ने पंजाब का ख्वाब तोड़ दिया और बेंगलुरु ने 6 रनों से जीत दर्ज कर पहली बार आईपीएल ट्रॉफी पर कब्जा जमाया।
टॉस जीतकर गेंदबाजी, कोहली ने संभाली पारी
पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 43 रन बनाए, जबकि टीम ने 20 ओवर में 190 रन बनाए। इस पिच पर यह लक्ष्य चुनौतीपूर्ण तो था, लेकिन नामुमकिन नहीं।
पंजाब की हार के बड़े कारण

1. धीमी शुरुआत ने बढ़ाया दबाव
लक्ष्य का पीछा करते हुए पंजाब की शुरुआत सतर्क रही, लेकिन रन गति बहुत धीमी रही। ओपनर प्रभसिमरन सिंह ने 22 गेंदों पर 26 रन बनाए, जबकि प्रियांश आर्य ने 19 गेंदों में 24 रन जोड़े। पावरप्ले में पंजाब तेजी से रन नहीं बना सकी, जिससे मध्य ओवरों में दबाव बढ़ गया।
2. श्रेयस अय्यर का जल्द आउट होना
पूरे टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म में रहे कप्तान श्रेयस अय्यर फाइनल में बल्ले से विफल रहे। वह केवल 2 गेंदों में 1 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। जब वे क्रीज पर आए, तब पंजाब की स्थिति मजबूत थी, लेकिन उनके आउट होते ही विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हो गया।
3. नेहाल वढेरा की धीमी बल्लेबाज़ी
मिडल ओवरों में जब पंजाब को रफ्तार की जरूरत थी, तब नेहाल वढेरा की धीमी बल्लेबाज़ी ने टीम की लय तोड़ दी। उन्होंने 18 गेंदों पर सिर्फ 15 रन बनाए, जिससे दबाव लगातार बढ़ता गया। हालांकि शशांक सिंह ने 61* रन की शानदार पारी खेली, लेकिन दूसरे छोर से उन्हें पर्याप्त समर्थन नहीं मिला।
RCB ने तोड़ा 17 साल का इंतजार
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए यह जीत बेहद खास रही। 17 साल के लंबे इंतजार के बाद टीम ने पहली बार आईपीएल खिताब जीता। गेंदबाजी में क्रुणाल पांड्या ने कमाल दिखाया और अपने चार ओवर में सिर्फ 17 रन देकर दो विकेट झटके। भुवनेश्वर कुमार ने भी दो विकेट चटकाए, जबकि अन्य गेंदबाजों ने भी सटीक लाइन-लेंथ से पंजाब को बांधे रखा।
अंत में रह गई सिर्फ उम्मीद
शशांक सिंह की आतिशी पारी ने आखिरी ओवर तक पंजाब की उम्मीदों को ज़िंदा रखा। उन्होंने 30 गेंदों पर 6 छक्कों और 3 चौकों की मदद से नाबाद 61 रन बनाए, लेकिन जीत नहीं दिला सके। पंजाब एक बार फिर फाइनल में हार का स्वाद चख बैठी।
RCB की ऐतिहासिक जीत के साथ ही आईपीएल को एक नया चैम्पियन मिला। पंजाब किंग्स को अपनी रणनीति और मध्यक्रम की बल्लेबाजी पर गहन मंथन करने की जरूरत है, ताकि अगली बार वह फाइनल में केवल पहुंचें ही नहीं, बल्कि जीत भी दर्ज करें।