आईपीएल 2025 के फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर टूर्नामेंट की ट्रॉफी अपने नाम कर ली। यह जीत RCB के लिए ऐतिहासिक रही, क्योंकि 18 सालों के लंबे इंतज़ार के बाद टीम पहली बार आईपीएल चैंपियन बनी है। इस मुकाबले का आयोजन अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हुआ, और पहली बार यहां पहले बल्लेबाज़ी करने वाली टीम को खिताबी जीत मिली।
पहले बल्लेबाज़ी कर RCB ने बनाए 190 रन
मैच की शुरुआत में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला लिया। टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में 190 रन बनाए। पंजाब ने कसी हुई गेंदबाज़ी की, लेकिन RCB की मजबूत बल्लेबाज़ी क्रम ने बोर्ड पर चुनौतीपूर्ण स्कोर लगा दिया।
पंजाब की धमाकेदार शुरुआत, फिर आई गिरावट
191 रनों का पीछा करने उतरी पंजाब किंग्स ने युवा ओपनर्स प्रियांश आर्य और प्रभसिमरन सिंह के साथ आक्रामक शुरुआत की। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए तेजी से रन जोड़े। प्रियांश 24 रन बनाकर आउट हुए, जिन्हें फिल साल्ट ने शानदार कैच लेकर पवेलियन लौटाया। इस समय पंजाब का स्कोर 72/1 था और टीम मजबूत स्थिति में लग रही थी।
लेकिन इसके बाद पंजाब की पारी ने अचानक ढलान पकड़ ली। अगले 4 ओवरों में टीम ने तीन अहम विकेट गंवा दिए – प्रभसिमरन, श्रेयस अय्यर और जोश इंग्लिश सस्ते में लौटे। कप्तान अय्यर तो केवल 1 रन ही बना सके। स्कोर 98 पर 4 विकेट हो जाने के बाद पंजाब की पारी संभल नहीं पाई।
मिडिल ओवर्स में बिखरी पंजाब की बल्लेबाज़ी
नेहल वाडेरा और शशांक सिंह ने बीच के ओवर्स में थोड़ी कोशिश जरूर की, लेकिन RCB की टाइट गेंदबाज़ी के आगे वे कोई बड़ी साझेदारी नहीं बना सके। पंजाब की मिडिल ऑर्डर की कमजोरी साफ दिखी, खासकर तब जब क्रुणाल पांड्या और रोमारियो शेफर्ड ने विकेटों की झड़ी लगा दी।
शेफर्ड ने श्रेयस अय्यर को चलता किया और क्रुणाल ने लगातार दो अहम विकेट लेकर पंजाब की रीढ़ तोड़ दी। लोअर मिडिल ऑर्डर में मौजूद मार्कस स्टोइनिस और शशांक भी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके।
बेंगलुरु में जश्न का माहौल
RCB की ऐतिहासिक जीत के बाद बेंगलुरु में जश्न का माहौल है। वर्षों से “ई साल कप नामदे” का नारा लगाने वाले फैंस की उम्मीद आखिरकार पूरी हुई। विराट कोहली, जो सालों से इस टीम के साथ जुड़े रहे हैं, की आंखों में आंसू थे। उन्होंने कहा, “यह जीत सिर्फ हमारी नहीं, हर उस फैन की है जो हर साल हमारे साथ खड़ा रहा।”
RCB ने संयमित बल्लेबाज़ी, मजबूत गेंदबाज़ी और फील्डिंग में श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पहली बार आईपीएल ट्रॉफी अपने नाम की। वहीं पंजाब किंग्स को फिर एक बार फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। यह मुकाबला एक बार फिर यह साबित कर गया कि क्रिकेट में अनुभव, संयम और मौके की समझ सबसे बड़ा हथियार होता है।