भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की विधायक रेखा गुप्ता ने 20 फरवरी को दिल्ली की मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इस मौके पर बीजेपी कार्यकर्ताओं में ख़ुशी की लहर है, क्योंकि 27 वर्षों के बाद बीजेपी ने दिल्ली में सत्ता में वापसी की है। रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बन गई हैं। इससे पहले सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला था।
रेखा गुप्ता ने दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) की उम्मीदवार बंदना कुमारी को 29,000 से अधिक वोटों से हराकर जीत हासिल की थी। यह चुनावी जीत बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि यह 27 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद दिल्ली में पार्टी की वापसी को दर्शाती है।
मुख्यमंत्री बनने से पहले हनुमान बाबा के मंदिर पहुंचीं रेखा गुप्ता
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शपथ ग्रहण से पहले श्री मरघट वाले हनुमान बाबा मंदिर पहुंचीं, जहां उन्होंने पूजा अर्चना की और आशीर्वाद लिया। उनका यह कदम धार्मिक आस्था और शुभ शुरुआत को दर्शाता है।
दिल्ली में रेखा गुप्ता को मिली Z श्रेणी सुरक्षा
नई मुख्यमंत्री बनने के बाद रेखा गुप्ता को Z श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है। गृह मंत्रालय के आदेश पर दिल्ली पुलिस ने उनकी सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। इसमें दो पुलिस सुरक्षा अधिकारी (PSO) की तैनाती 24 घंटे के लिए की गई है और एक एस्कॉर्ट गाड़ी भी साथ रहेगी जिसमें सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे। इसके अलावा, रेखा गुप्ता के आवास पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जिसमें घर के सामने चार पुलिसकर्मी, बैंक साइड पर चार और दो कमांडो तैनात रहेंगे।
नई सरकार में इन नेताओं को मिला मंत्री पद
रेखा गुप्ता के साथ, बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इनमें प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, पंकज सिंह, मनजिंदर सिंह सिरसा, कपिल मिश्रा और रविंद्र इंद्राज शामिल हैं। इन नेताओं का कहना है कि वे दिल्ली की जनता के लिए काम करेंगे और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली को नई दिशा देंगे।
बीजेपी की जीत का महत्व
बीजेपी के लिए दिल्ली में यह जीत बेहद ऐतिहासिक है। 27 सालों बाद पार्टी ने दिल्ली में सत्ता हासिल की है और इसका श्रेय रेखा गुप्ता के नेतृत्व में चुनावी रणनीति और जनता से किए गए वादों को जाता है। पार्टी का मानना है कि दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनने से यहाँ की राजनीति में बदलाव आएगा और आम जनता को बेहतर शासन मिलेगा।
रेखा गुप्ता की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने की यह घटना दिल्ली में बीजेपी के लिए एक नया युग शुरू करने का संकेत है।