ताइवान में बुधवार की सुबह तबाही लेकर आई। ताइवान की राजधानी ताइपे बुधवार को जोरदार भूकंप के झटकों से दहल गई। बताया जा रहा है कि रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.2 मापी गई।
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भूकंप के झटके इतने जोरदार थे कि देशभर की कई इमारतें झुक गईं और ट्रेन की सेवाएं भी बाधित कर दी गईं। भूकंप के झटकों का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता शहर की कई इमारतें झुक गईं।
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भूकंप के विनाश की फोटोज और वीडियो वायरल
रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी तक चार लोगों की मौत की खबर है वहीं कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। आंकड़ें अभी और बढ़ सकते हैं। सोशल मीडिया पर भूकंप के विनाश की फोटोज और वीडियो वायरल हो रही हैं।
25 साल बाद आया ऐसा भूकंप
जानकारी के अनुसार भूकंप ईस्ट ताइवान के हुलिएन शहर में आया। भारतीय समयानुसार ये भूकंप बुधवार सुबह करीब 5:30 बजे आया। ताइवानी मौसम विभाग ने बताया कि 25 साल बाद ऐसा विनाशकारी भूकंप आया। 1999 में भी 7.6 तीव्रता का भूंकप आया था जिसमें करीब 2 हजार लोगों की मौत हुई थी।
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सेना की तैनाती
ताइवान में आए विनाशशकारी भूकंप के बाद प्रभावित क्षेत्रों में सेना तैनात कर दी गई है। वहीं आने वाले दिनों में और भूकंप के झटकों की आशंका जताई जा रही है।
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चीनी मीडिया के अनुसार ताइवान में आए भूकंप के झटकों का असर चीन तक हुआ। बताया जा रहा है कि चीन में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
ताइवान, जिसे आधिकारिक तौर पर चीन गणराज्य (आरओसी) के रूप में जाना जाता है, ताइवान जलडमरूमध्य द्वारा चीन से अलग किया गया एक द्वीप है।
यह 1949 से मुख्य भूमि चीन, आधिकारिक तौर पर पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) से स्वतंत्र रूप से शासित है।
ताइवान चीन से क्यों अलग हुआ है?
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ गृह युद्ध लड़ते हुए आरओसी सरकार 1949 में ताइवान में स्थानांतरित हो गई। तब से, आरओसी ने ताइवान के मुख्य द्वीप और कई दूरस्थ द्वीपों पर प्रभावी अधिकार क्षेत्र का प्रयोग जारी रखा है, जिससे ताइवान और चीन प्रत्येक को एक अलग सरकार के शासन के अधीन छोड़ दिया गया है।