दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के शताब्दी वर्ष के समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में आज शामिल हुए। विश्वविद्यालय में समारोह से संबंधित पोस्टरों को जगह-जगह लगाया गया है। सुरक्षा की दृस्टि से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। पीएम मोदी मेट्रो से यात्रा कर डीयू पहुंचे हैं।
पीएम ने कहा कि भारत विश्व की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। विकसित भारत का निर्माण करना हमारा लक्ष्य है। विश्व के लोग भारत को जानना चाहते हैं। विश्व में भारतीय युवाओं के लिए मौके बन रहे हैं। विश्व का सबसे बड़ा हेरिटेज म्यूजियम बनने जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय यूनिवर्सिटी की ग्लोबल पहचान बढ़ रही है, विश्व में भारत का गौरव बढा है। देश का युवा कुछ नया करना चाहता है। देश में स्टार्टअप की संख्या अब लाख के पार है। बड़ी कंपनियों ने भारत में निवेश का फैसला लिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि आप चाहे जिस साल के पासआउड हों, दो डीयू वाले आपस में मिलकर इन किस्सों पर घंटों निकल सकते हैं। इस सबके बीच मैं मानता हूं डीयू ने सौ सालों में अगर अपने अहसासों को जिंदा रखा है तो अपने मूल्यों को भी जीवंत रखा है। निष्ठा द्वितीय सत्यम यूनिवर्सिटी का ये ध्येय वाक्य अपने स्टूडेंट के जीवन में लाइटिंग लैंप की तरह है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल्ली विश्वविद्यालय के दौरे के दौरान छात्र और शिक्षकों के काले कपड़े पहनने पर रोक लगाई गई है।
दिल्ली विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष के समापन समारोह में पीएम मोदी के शामिल होने को लेकर मेट्रो से लेकर विश्वविद्यालय तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मेट्रो स्टेशन के अंदर व बाहर चप्पे-चप्पे पर नज़र रखी जा रही है। जगह-जगह पूछताछ की जा रही है। बिना पहचान पत्र के किसी को विश्वविद्यालय की ओर नहीं जाने दिया जा रहा है।