राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में एक बच्ची के साथ गैंगरेप कर उसे आग की भट्ठी में झोकने की घटना के बाद से लोगों का गुस्सा जारी है. लापरवाही सामने नजर आने पर कोटड़ी थानाधिकारी खींवराज गुर्जर को निलंबित कर दिया गया। साथ ही, पूरे समाज ने थाने का घेराव कर लिया।
बच्ची के साथ गैंगरेप और उसे आग में झोकने के मामले में एसपी आदर्श सिधू ने कहा कि बच्ची अपने घर से दोपहर में बकरी चराने के लिए खेत में गई थी. खेत में कोयले की भट्ठी चलाने वाले तस्वारिया गांव के 21 वर्षीय कान्हा और 25 वर्षीय कालू ने उस बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद बच्ची के सिर पर वार किया, जिससे लड़की बेहोश हो गयी.
अधजली लाश को थैले में भर तालाब में फेका
बच्ची को मरा हुआ समझकर आरोपियों ने कोयले की भट्ठी खोली और उस बच्ची को उसमे डाल दिया। 11:00 बजे के बाद जब आरोपियों ने भट्ठी खोली तो बच्ची का पूरा शरीर नहीं जला था. सिर और हृदय के हिस्सा ज्यादा नहीं जला था। आरोपियों ने इन जले हुए हिस्सों को एक थैले में रखा और 100-200 मीटर दूर एक झील में फेंक दिया.
परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 1 करोड़ की है मांग
इस घटना से गांव के लोगों में गुस्सा है. प्रदर्शन कर रहे लोग पीड़ित परिवार को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा, सरकारी नौकरी और कलेक्टर व एसपी को सस्पेंड करने की मांग पर अड़े हैं.
साथ ही राजस्थान से बड़े बड़े दिगज नेता भी इस मामले में धरने के लिए भीलवाड़ा में पहुंचे है धरने में सवाई भोज मंदिर आसिंद के महंत सुरेश दास, देवनारायण जन्म स्थली मालासेरी के पुजारी हेमराज पोसवाल, भाजपा नेता पूर्व विधायक अतर सिंह भड़ाना, विधायक गोपीचंद मीणा, गोपाल खंडेलवाल, विट्ठल शंकर अवस्थी, उप जिला प्रमुख शंकर लाल गुर्जर, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा सहित बड़ी संख्या में भाजपा नेता और गुर्जर समाज के लोग शामिल हैं.
पुलिस प्रशाशन द्वारा आगे की जाँच जारी है
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