रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि किसान अन्नदाता ही नहीं, भारत का भाग्य विधाता भी है। किसान के बेटों ने सीमाओं की रक्षा की है। भारत को ताकतवर बनाने के लिए किसानों को ताकतवर बनाना होगा। चाहे स्वतंत्रता की लड़ाई हो, वर्ष 1857 का संग्राम हो, चम्पारण का सत्याग्रह हो या गुजरात के बारडोली का आंदोलन, किसानों ने अंग्रेजों की चूल्हें हिला दी थीं। आज मध्यप्रदेश में इस किसान-कल्याण महाकुंभ में किसानों की बड़ी संख्या में उपस्थिति हर्षित करने वाली है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में विकास और किसान, गरीब, बेटियों आदि सभी के लिये करिश्माई कार्य कर रहे हैं। वे जनता के लिये तहे दिल से कार्य कर रहे हैं। जनता उन्हें कितना अधिक प्यार करती है, यह आज मैं देख रहा हूँ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राजगढ़ जिले में किसान-कल्याण महाकुंभ को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना में राज्य सरकार 4 हजार रूपये के स्थान पर अब 6 हजार रूपये की राशि प्रतिवर्ष किसानों को प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में किसानों को प्रतिवर्ष 6 हजार रूपये प्राप्त होते हैं। इस प्रकार अब किसानों को मिलने वाली यह राशि 12 हजार रूपये वार्षिक हो जायेगी।
‘किसान कल्याण महाकुंभ’, राजगढ़ (मध्य प्रदेश) में संबोधन।
https://t.co/pdM21maRRm— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) June 13, 2023
केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंगल क्लिक से मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना-2023 में 11 लाख किसानों के खाते में 2 हजार 123 करोड़, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 44 लाख 49 हजार किसान के खाते में 2 हजार 900 करोड़, मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना में 70 लाख 61 हजार किसान के खाते में एक हजार 400 करोड़, इस प्रकार 6 हजार 423 करोड़ ,रूपये की राशि अंतरित की। कार्यक्रम में किसानों के साथ ही बड़ी संख्या में बहनें एवं बेटियाँ एकत्र हुईं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अब कमजोर देश नहीं है। किसी भी देश की हिम्मत नहीं कि आँख उठाकर हमारी ओर देखे। भारत के लोगों का विश्वास वसुधैव कुटुम्बकम में है। विश्व की धरा पर रहने वाले सभी लोगों को हम अपना मानते हैं। भारत किसी भी देश पर आक्रमण नहीं करता, यह हमारा चरित्र है। हम किसी को नहीं छेड़ेंगे, लेकिन कोई हमें छेड़ेगा, तो हम भी छोड़ेंगे नहीं। भारत इस पार नहीं, उस पार जाकर भी आतंकवादियों और हमलावरों को सबक सिखा सकता है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक के फैसले से जग-जाहिर हो चुका है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि महिलाओं को सेना में महत्व दिया जा रहा है। अब वे बड़ी संख्या में न सिर्फ सेना में आ रही हैं, बल्कि नेतृत्व के लिए भी तैयार हुई हैं। प्रमुख नौसेना युद्धपोत की प्रमुख भी महिला है। नए भारत के निर्माण में बहनों की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बहनों की भागीदारी बढ़ाने का कार्य किया है।
मध्यप्रदेश में शिवराज जी कर रहे करिश्माई कार्य
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि किसान-कल्याण सहित विभिन्न क्षेत्रों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने करिश्माई कार्य किया है। उन्हें स्मरण है कि जब वे कई वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के निमंत्रण पर किसान सम्मेलन में मध्यप्रदेश आए थे, तब किसानों को 4 प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिलता था, जिसे उन्होंने शून्य प्रतिशत तक लाने का कार्य किया। मुख्यमंत्री ने किसानों के हित में एक नहीं अनेक कदम उठाए हैं। यह उनके संवेदनशील होने का प्रमाण है। प्रधानमंत्री मोदी की तरह मुख्यमंत्री भी जन-कल्याण के लिए करिश्माई नेतृत्व प्रदान कर रहे हैं। राजगढ़ की इस सभा में मौजूद विशाल जन-समुदाय भी इस बात का प्रमाण है कि मुख्यमंत्री ने जनता की काफी सेवा की है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि किसान अन्नदाता, जीवनदाता और भाग्य-विधाता हैं। किसानों को मजबूत बनाए बिना हमारा देश विकास नहीं कर सकता। मध्यप्रदेश की सरकार ने किसान भाईयों और बहनों के लिए अतुलनीय कार्य किया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में भी विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य हुए हैं।
केन्द्र सरकार ने गाँव, गरीब और किसानों की चिंता की है
रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल इंडिया के निर्माण के लिए अद्भुत कार्य किया है। देश में 29 लाख करोड़ रूपए के भुगतान सिर्फ मोबाइल से हो रहे हैं। डिजिटल क्रांति का ही यह उदाहरण है कि आज सब्जी की दुकान पर भी ई-पेमेंट हो रहा है। गत 9 वर्ष में गाँव, गरीब और किसान की चिंता की गई है। किसानों के लिए कोई सरकार कार्य करती है, तो उन पर कोई एहसान नहीं करती। कृषि कल्याण को प्राथमिकता दी गई है। हमारी कथनी और करनी में अंतर नहीं होना चाहिए। केन्द्र और राज्य सरकार ने जो कहा वह किया है। पूर्व सरकार और वर्तमान सरकार के कार्यों में जमीन-आसमान का अंतर है। यही बात मध्यप्रदेश के लिए भी कही जा सकती है। प्रधानमंत्री द्वारा जल-जीवन मिशन के तहत घर-घर तक जल पहुँचाने का संकल्प लिया गया है। मध्यप्रदेश ने इस क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करते हुए 60 लाख परिवारों तक टोटी से जल-प्रदाय करने का कार्य किया। देश में अनाज का उत्पादन बढ़ा है। भारत विश्व में जिन क्षेत्रों में छठवें से दसवें स्थान पर था, अब वह पहले और दूसरे स्थान पर आ रहा है। केन्द्र सरकार के बजट में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। कृषि बजट भी बढ़ा है। शौचालयों के निर्माण का प्रश्न हो या सड़कों के निर्माण का, भारत निरंतर प्रगति कर रहा है।
कार्यक्रम में गोरखपुरा ग्रामीण नल-जल योजना और जल-जीवन मिशन के अंतर्गत संपन्न कार्यों का भी केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री सिंह ने लोकार्पण किया। इस दौरान 156 ग्रामों से महिलाएँ कलश लेकर आई थीं। ग्रामीणों ने कालीपीठ और करनवास में उपस्थित होकर नई प्रारंभ परियोजनाओं के अवसर पर हर्ष भी व्यक्त किया।कार्यक्रम में आवासीय भू-अधिकार-पत्रों के विक्रय के साथ ही विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण, भूमि-पूजन भी हुआ। योजनाओं के हितग्राहियों को हित-लाभ वितरित किये गये। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का परम्परागत पगड़ी पहना कर स्वागत किया। किसान-कल्याण महाकुंभ का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।