दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित संगीत संस्थान, सरस्वती म्यूजिक कॉलेज, दिल्ली में अपने स्थापना के सौ साल पूरे होने पर एवं ताशकंद, उज्बेकिस्तान में अपनी स्थापना के दो दशक पूरे होने पर, तारीख 25 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक ताशकंद के लिए एक सांस्कृतिक सह भ्रमण यात्रा करेगा। 27 अक्टूबर, 2023 को सांस्कृतिक उत्सव मनाया जायेगा।
संस्थान जिसकी स्थापना/स्थापना 1924 में लाहौर में बंसीलाल कपूर द्वारा की गई थी, जो विभाजन के बाद दिल्ली स्थानांतरित हो गए थें। तब से यह हिंदुस्तानी और पश्चिमी संगीत, भारतीय नृत्य, कला और शिल्प में प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है और यह संस्था प्रयाग संगीत समिति, इलाहाबाद से मान्यता प्राप्त है। बी.आर. सैनी और उषा सैनी के तत्वावधान में इस संस्था का सञ्चालन किया जा रहा है। इन दोनों ने संस्थापक बी.एल. कपूर से पदभार ग्रहण किया था। इनके अनुसार, संस्था आकार और गतिविधियों के दायरे दोनों में बढ़ी और विकसित हुई है। उनके दृष्टिकोण के तहत, संस्थान ने दुनिया भर में कई सांस्कृतिक और सितारों से सजे कार्यक्रमों का आयोजन किया, जिनमें दिल्ली में बोनीएम कॉन्सर्ट से लेकर यूरोप में किशोर कुमार कॉन्सर्ट से लेकर जगजीत सिंह इवनिंग्स आदि शामिल हैं। संस्थान ने आधुनिक सुविधाओं के साथ ताशकंद, उज़्बेकिस्तान में भी परिचालन का विस्तार किया और भारतीय संगीत को अंतर्राष्ट्रीय ख्याति दिलाई।
इस अवसर पर सांसद रवि किशन ने कहा कि सरस्वती संगीत संस्थान के सौ वर्ष पुरे होने पर ताशकंद में स्थित भारतीय दूतावास के साथ मिलकर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। इस अवसर पर भारत सरकार के कार्यों के बारे में भी लोगों को बताया जायेगा। वहां पर सांसद रवि किशन, गायक दलेर मेहंदी एवं अन्य को सरस्वती सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।
सरस्वती सम्मान, कलाकारों और प्रमुख हस्तियों को उनके “कला और संस्कृति के प्रति उत्कृष्ट योगदान” के लिए सम्मानित करने के लिए, सरस्वती संगीत महाविद्यालय ने वर्ष 1972 के दौरान “सरस्वती सम्मान” की स्थापना की थी और तब से यह पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों की विभिन्न प्रतिष्ठित हस्तियों को प्रदान किया गया है। पद्म विभूषण पं. जसराज जी, (जो स्वयं संस्थान के पूर्व छात्र थे), पद्म विभूषण दिलीप कुमार साहब, पद्म श्री मो. रफ़ी साहब, किशोर कुमार, स्वर्गीय ऋषि कपूर, पद्म विभूषण उस्ताद अमजद अली खान, कवि पद्म श्री अशोक चक्रधर, प्रसिद्ध मध्य एशियाई कलाकार रेजिना और कई अन्य को इस सम्मान से सम्मानित किया जा चूका है।