अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अवैध प्रवासियों के खिलाफ उठाए गए सख्त कदमों के बाद दुनियाभर में हलचल मच गई है। ट्रंप के आदेश के तहत अमेरिका से अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों की डिपोर्टेशन प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसके तहत अब तक 104 भारतीय नागरिकों को वापस भारत भेजा जा चुका है। इस मुद्दे को लेकर विपक्षी दलों ने संसद में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
विपक्षी सांसदों का विरोध प्रदर्शन
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए अवैध भारतीय प्रवासियों के मसले को लेकर संसद में विपक्षी सांसदों का गुस्सा फूटा है। संसद परिसर में विरोध जताते हुए कई विपक्षी सांसद हाथों में हथकड़ी लगाकर पहुंचे। इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी, वायनाड सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित कई अन्य सांसद शामिल हुए। विपक्षी दलों ने डिपोर्टेशन प्रक्रिया को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं और इसे भारतीय नागरिकों के मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान
इस मामले में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में बयान देने का निर्णय लिया है। विदेश मंत्री आज राज्यसभा में दोपहर 2 बजे और लोकसभा में 3 बजे इस मुद्दे पर जवाब देंगे। उनके बयान के बाद ही संसद में इस मुद्दे पर चर्चा और विपक्षी दलों के सवालों का जवाब मिलेगा। विदेश मंत्री ने अपने बयान में डिपोर्टेशन प्रक्रिया और संबंधित कानूनी पहलुओं पर जानकारी देने की बात कही है।
प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलेंगे। इस दौरान वह सरकार की नीतियों और विपक्ष के विरोध पर अपनी बात रख सकते हैं। लोकसभा की कार्यवाही आज दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई है, जबकि राज्यसभा में प्रधानमंत्री का संबोधन जारी रहेगा।
यह भी पढ़ें: दिल्ली एयरपोर्ट पर पकड़ाया 10 किलो सोना का सिक्का
अमेरिका से अवैध रूप से डिपोर्ट किए गए भारतीय नागरिकों को लेकर भारतीय राजनीति में विवाद गहरा गया है। विपक्षी दल सरकार की नीतियों का विरोध कर रहे हैं, जबकि सरकार ने इसे एक कानूनी प्रक्रिया बताया है। अब देखना यह होगा कि विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री के बयान के बाद यह मुद्दा संसद में किस दिशा में बढ़ता है और इसके परिणाम क्या होंगे।