Ahmedabad Plane Crash black box: लंदन जा रहा एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान गुरुवार को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 241 लोगों की मौत हो गई, जबकि सिर्फ एक व्यक्ति बच पाया।
यह हाल के वर्षों में देश की सबसे भयावह विमान दुर्घटना मानी जा रही है। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इस दुर्घटना में मारे गए लोगों में शामिल थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा करने पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
ब्लैक बॉक्स से पता चलेगी सच्चाई
12 जून को हुई एयर इंडिया विमान दुर्घटना की वजह जानने के लिए अधिकारियों को दो ब्लैक बॉक्स में से एक मिल गया है, जो जांच में बेहद अहम भूमिका निभाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार, विमान के पिछले हिस्से में मौजूद ब्लैक बॉक्स को सुरक्षित निकाल लिया गया है। अब नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) इस उपकरण को अपने कब्जे में लेकर रिकॉर्डिंग्स का विश्लेषण करेगा।
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क्या होता है ब्लैक बॉक्स..कैसे करते है काम ?
ब्लैक बॉक्स एक छोटा लेकिन बेहद मजबूत उपकरण होता है जो किसी विमान की उड़ान के दौरान उससे संबंधित तमाम जानकारियां रिकॉर्ड करता है। यह असल में एक फ्लाइट रिकॉर्डर होता है, जिसकी शुरुआत 1950 के दशक में हुई थी।

हालांकि इसे ‘ब्लैक बॉक्स’ कहा जाता है, लेकिन इसका रंग आमतौर पर चमकदार नारंगी या पीला होता है ताकि दुर्घटना के बाद इसे आसानी से ढूंढा जा सके।
इसका आविष्कार ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक डेविड रोनाल्ड डी मे वॉरेन ने किया था। उनका निधन 2010 में हुआ।
ब्लैक बॉक्स में क्या-क्या रिकॉर्ड होता है?
ब्लैक बॉक्स में दो प्रमुख रिकॉर्डर होते हैं:
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR): जो पायलटों की बातचीत और कॉकपिट की ध्वनियों को रिकॉर्ड करता है।
फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर (FDR): जो विमान के तकनीकी डेटा, जैसे गति, ऊंचाई, इंजन की स्थिति आदि को रिकॉर्ड करता है।
हादसे की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन
अधिकारियों ने बताया कि AI 171 फ्लाइट दोपहर करीब 1:30 बजे उड़ान भरने के तुरंत बाद अहमदाबाद के मेघाणी नगर क्षेत्र में स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के मेस से टकरा गया। विमान में आग लग गई, जिससे काला और घना धुआं आसमान में फैल गया।
एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के अनुसार, उड़ान भरने के तुरंत बाद पायलट ने ‘मे डे’ (Mayday) सिग्नल भेजा था, जो पूर्ण आपात स्थिति को दर्शाता है।
एविएशन विशेषज्ञों का कहना है कि अब तक जो दृश्य सामने आए हैं, उनके आधार पर दोनों इंजनों में थ्रस्ट की कमी और बर्ड हिट (पक्षी से टकराना) संभावित कारणों में हो सकते हैं। मलबे की जगह से शव निकाले जा रहे हैं, और कई घायलों को, जो बुरी तरह झुलस गए थे, शहर के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
केंद्र सरकार ने इस हादसे की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है, जिसकी जानकारी केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने दी।