केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपने संसदीय क्षेत्र हमीरपुर के अंतर्गत आने वाले बड़सर विधानसभा में ‘एक से श्रेष्ठ, हमारा संकल्प, हमारा प्रयास; सबको शिक्षा, सबका विकास’ के तहत स्कूल बैग, नोटबुक एवं अन्य पठन सामग्री का वितरण किया। बच्चों के बीच वितरण करने के लिए लगभग 25000 स्कूल बैग ‘गेल इंडिया लिमिटेड’ के निगमित सामाजिक दायित्व के अन्तर्गत प्रदान किया गया है जिसका क्रियान्वयन जैसे बैगों का निर्माण करना, ट्रांसपोर्टेशन आदि नीटकॉन और इंटरैक्टिव फोरम ऑन इंडियन इकॉनमी (IFIE) के द्वारा किया गया।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर अपने संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में ‘एक से श्रेष्ठ, हमारा संकल्प, हमारा प्रयास; सबको शिक्षा, सबका विकास’ के तहत 575 शिक्षा केंद्रों का संचालन करते हैं। एक से श्रेष्ठ एक नेक पहल है, जिसका उद्देश्य जिला हमीरपुर, ऊना, बिलासपुर में पंचायत स्तर पर अपने आसपास के क्षेत्र के शिक्षकों के माध्यम से, किसी भी सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि के बच्चों के समग्र विकास के लिए स्कूल में निःशुल्क शिक्षा सुनिश्चित करना है।
एक से श्रेष्ठ कार्यक्रम के तहत इस मिशन को राज्य के कोने-कोने तक पहुंचना और शिक्षा का लोकतंत्रीकरण करना है! वे यह सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं कि छात्रों को उनके दरवाजे पर सुविधानुसार निरंतर सीखने की सुविधा मिले।
पाठ्यक्रम:
बुनियादी साक्षरता
स्वास्थ्य एवं स्वच्छता
सामान्य ज्ञान
सांस्कृतिक मूल्य
नैतिक एवं नैतिक मूल्य
“एक से श्रेष्ठ” कार्यक्रम के तहत ये सुविधा दी जा रही
इस पहल से 8500 से अधिक छात्र लाभान्वित हो रहे हैं
सभी शिक्षकों को लैपटॉप
इनबिल्ट स्टडी टेबल के साथ स्कूल बैग
सभी विद्यार्थियों को प्रतिदिन प्रोटीन मिल्क शेक
सभी बच्चों को पेंसिल बॉक्स, स्टेशनरी, किताबें, नोटपैड आदि
इंटरैक्टिव फोरम ऑन इंडियन इकोनॉमी (IFIE)
इंटरैक्टिव फोरम ऑन इंडियन इकोनॉमी (IFIE) भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त (80G, 12A, 8A पंजीकृत), गैर-लाभकारी संस्था है जो भारत के माननीय प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के तहत सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे में सुधार करते हुए समाज के वंचित वर्ग के विकास और कल्याण के लिए समर्पित है।
इंटरैक्टिव फोरम ऑन इंडियन इकोनॉमी (IFIE) भारत सरकार, पीएसयू और अन्य कॉरपोरेट्स के सहयोग से मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) का सफलतापूर्वक संचालन किया है। दिल्ली/एनसीआर, लुधियाना सहित पूरे उत्तर भारत में 65,000 से अधिक रोगियों पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इसके साथ ही शिक्षा, स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण के लिए भी IFIE काम करती है।