दिल्ली सरकार में जल मंत्री आतिशी ने कहा कि ऐसा अनुमान लगाया जा सकता है कि दिल्ली में 1000 MGD पानी का उत्पादन होता है जो यहां की मांग को पूरा करता है। 10 जून का आंकड़ा बताता है कि दिल्ली में पानी का उत्पादन 958 MGD पर है। इसका मतलब दिल्ली में 40-45 MGD पानी का कम उत्पादन हो रहा है। इसी की वजह से दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में पानी की कमी हो रही है क्योंकि जो दोनों मुख्य जलापूर्ति स्त्रोत हैं, उनमें पानी की कमी हो रही है। रेवेन्यू डिपार्टमेंट की जो ‘क्विक रिस्पॉन्स टीमें’ हमने बनाई थी वो पानी के रिसाव की जांच के लिए आज से अपना काम शुरू कर रही हैं।
दिल्ली में भीषण गर्मी पड़ रही है और इस समय दिल्ली में पानी की खपत भी बढ़ गई है। लेकिन हरियाणा सरकार दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं छोड़ रही है। इस वजह से दिल्ली के Water Treatment Plant पूरी क्षमता से काम नहीं कर पा रहे हैं। इस बारे में जब हम हरियाणा सरकार से बात करते हैं तो वह हमें बताते हैं कि वह पूरा पानी छोड़ रहे हैं। उनके इस झूठ का पर्दाफ़ाश उनके द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दाख़िल Affidavits से हो गया है।
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मंत्री आतिशी ने बताया कि दोपहर 2:11 बजे से दिल्ली के कई हिस्सों में बिजली गुल है. इसका कारण यूपी के मंडोला में पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पीजीसीआईएल) के सब-स्टेशन में आग लगना है। मंडोला सब-स्टेशन से दिल्ली को 1200 मेगावाट बिजली मिलती है, इसलिए दिल्ली के कई हिस्से प्रभावित हुए हैं.
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बिजली बहाली की प्रक्रिया शुरू हो गई है और बिजली अब धीरे-धीरे विभिन्न क्षेत्रों में लौट रही है।
लेकिन राष्ट्रीय पावर ग्रिड में यह बड़ी विफलता बेहद चिंताजनक है। मैं केंद्रीय ऊर्जा मंत्री और पीजीसीआईएल के अध्यक्ष से समय मांग रहा हूं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी स्थिति दोबारा न हो।’