शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर चुनावी रैली को सम्बोधित करने के दौरान जानलेवा हमला हुआ। इस हमले में ट्रंप बाल-बाल बचे। गोली उनके कान को टच करते हुए निकल गई। गनीमत यह रही कि जिस वक्त ट्रंप पर हमला किया गया, उस वक्त वह बोलते हुए अपना सर बाएं और करते हैं जिसके कारण गोली सर में न जाकर कान को छू कर निकल गई। ट्रंप पर हमले के बाद उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी सीक्रेट सर्विस सवालों के घेरे में है।
कब बनी थी सीक्रेट सर्विस
अमेरिकी जांच एजेंसी सीक्रेट सर्विस का निर्माण 1865 में किया गया था। इसका मुख्य काम उस समय डॉलर की फेक करेंसी को रोकना था। एक रिपोर्ट्स के अनुसार सिविल वॉर के दौरान बाजार में चलने वाली एक तिहाई करेंसी जाली थी। 1901 में उस समय के राष्ट्रपति विलियम मैकिनले की हत्या न्यूयॉर्क में कर दी गई। उसके बाद वाइट हाउस ने फेक करेंसी रोकने के साथ ही राष्ट्रपति की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी दी गई।
किस-किस को सुरक्षा देती है सीक्रेट सर्विस
अमेरिकी सीक्रेट सर्विस राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति, पूर्व राष्ट्रपति, इनके पत्नी/पति और 15 साल तक के बच्चों को सुरक्षा प्रदान करती है। साथ ही राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति के सबसे मजबूत उम्मीदवार को भी चुनाव से 120 दिन से पहले से सुरक्षा देती है। वह आर्थिक घपलों पर भी नजर रखती है।
सीक्रेट सर्विस की ताकत
सीक्रेट सर्विस बिना वारंट इश्यू किये बिना भी किसी को गिरफ्तार कर सकती है। साथ ही उसको वारंट इश्यू करने की भी शक्ति होती है। इसमें 3200 स्पेशल एजेंट्स है जो फायर कर सकते हैं। इसमें 1300 डिवीज़न ऑफिसर्स और दो हजार से अधिक टेक्निकल सपोर्ट पर्सनल है। सीक्रेट सर्विस की डायरेक्टर किंबरली ए चीटल है। इस घटना के बाद उसके इस्तीफे की मांग की जा रही है।
FBI और CIA क्या करती है?
अमेरिका की प्रमुख जांच एजेंसियों में सीक्रेट सर्विस के अलावा FBI और CIA है। सीक्रेट जांच एजेंसी सीक्रेट सर्विस यूएस डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी की शाखा है। ये पैसों के अलावा हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच करती है। अगर भारत की बात करे तो कुछ हद तक इसका रोले NSG जैसा है।
FBI यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के अंदर काम करती है। यह पहले से प्राप्त खुफिया सूचनाओं के आधार पर जांच करती है। जैसे भारत में CBI करती है।
वहीं CIA की बात करें तो इसे दुनिया का सबसे शातिर एजेंसी माना जाता है। इसका काम विदेशों में होने वाले गतिविधियों और वैश्विक मुद्दों पर नजर रखना और खुफिया जानकारी प्राप्त कर राष्ट्रपति को देना। भारत में यह काम RAW करती है।
ट्रंप पर हुए हमले पर राष्ट्रपति बाइडेन ने क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति जो. बाइडेन ने कहा, “कल रात मैंने डोनाल्ड ट्रम्प से बात की, मैं आभारी हूँ कि वे अच्छा महसूस कर रहे हैं और ठीक हो रहे हैं। मैं उनके और उनके परिवार के लिए प्रार्थना कर रहा हूं। हम मारे गए पीड़ित के परिवार के प्रति भी अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। वे एक पिता थे। वे अपने परिवार को गोलियों से बचा रहे थे और उन्होंने अपनी जान गंवा दी। FBI इस जाँच का नेतृत्व कर रही है, जो अभी अपने शुरुआती चरण में है। हमें अभी तक शूटर के मकसद के बारे में कोई जानकारी नहीं है। मैं सभी से आग्रह करता हूँ, कृपया उसके इरादों या उसके जुड़ाव के बारे में अनुमान न लगाएँ। FBI को अपना काम करने दें और उनकी सहयोगी एजेंसियों को अपना काम करने दें। गहन और तेज़ जाँच के निर्देश दिए गए हैं।”