Golgappa seller to ISRO employee: कहते हैं अगर किसी चीज़ को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने में लग जाती है। इस कहावत को रामदास हेमराज मारबड़े ने सच कर दिखाया है। महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के नंदन नगर में गोलगप्पे बेचने वाले रामदास को अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में नौकरी मिल गई है। ये सफलता उनके कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प का परिणाम है।
शिक्षा और परिवार
रामदास के पिता डोंगरगांव जिला परिषद स्कूल में चपरासी थे और हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं। उनकी मां गृहिणी हैं। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण रामदास बीए के बाद पढ़ाई जारी नहीं रख सके। दिन में वे गोलगप्पे बेचते थे और रात में पढ़ाई करते थे।
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इसरो में प्रवेश की यात्रा
साल 2023 में इसरो ने अप्रेंटिस ट्रेनी के पदों के लिए भर्ती निकाली थी। रामदास ने इस अवसर को गंभीरता से लिया और नागपुर में परीक्षा दी। अगस्त 2024 में उन्होंने श्रीहरिकोटा स्थित इसरो केंद्र में परीक्षा पास की और उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
इसरो में शामिल होने की तिथि
19 मई 2025 को रामदास ने श्रीहरिकोटा इसरो केंद्र में जॉइनिंग लेटर के साथ योगदान दिया। अब वे इसरो के टेक्नीशियन विभाग में कार्यरत हैं।