Parliament Budget Session Live: आज से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण से बजट सत्र की शुरुआत होगी। आज यानी बजट सत्र के पहले दिन देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी।
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खबर है कि संसद का बजट सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मीडिया से बात कर सकते हैं।
संसद का बजट सत्र क्या होता है?
बजट सत्र भारतीय संसद का सबसे महत्वपूर्ण सत्र होता है, जिसमें सरकार देश का वार्षिक आय-व्यय (Budget) प्रस्तुत करती है। यह आमतौर पर जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी के पहले सप्ताह में शुरू होता है और अप्रैल तक चलता है।
बजट सत्र की प्रमुख बातें
इस सत्र में सरकार आने वाले वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल – 31 मार्च) के लिए अपने खर्च, योजनाओं और नीतियों की रूपरेखा तैयार करती है।
बजट सत्र दो भागों में विभाजित होता है
पहला भाग: केंद्रीय बजट की प्रस्तुति और सामान्य चर्चा।
दूसरा भाग: मंत्रालयों के लिए अनुदान मांगों पर चर्चा और वित्त विधेयक पारित करना।
राष्ट्रपति का अभिभाषण
सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति के अभिभाषण से होती है, जिसमें सरकार की नीतियों और प्राथमिकताओं को बताया जाता है।
वित्त मंत्री संसद में बजट पेश करते हैं, जिसमें सरकार की आय, व्यय, नई योजनाओं, कर नीति और अर्थव्यवस्था के विकास का विवरण दिया जाता है। बजट से एक दिन पहले आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) पेश किया जाता है, जिसमें पिछले वर्ष की आर्थिक स्थिति और भविष्य की नीतियों का आकलन होता है। 2017 से पहले रेल बजट अलग से पेश किया जाता था, लेकिन अब यह आम बजट का हिस्सा है।
बजट सत्र का महत्व
- देश की आर्थिक दिशा तय करता है।
- नए करों, योजनाओं और सरकारी खर्च का निर्धारण करता है।
- संसद को सरकार की वित्तीय स्थिति पर चर्चा और समीक्षा का अवसर देता है।
- विपक्ष सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठा सकता है।
बजट सत्र देश की आर्थिक नीतियों और विकास योजनाओं का केंद्र होता है। यह तय करता है कि सरकार आने वाले वर्ष में किन क्षेत्रों में कितना निवेश करेगी और देश की अर्थव्यवस्था को कैसे आगे बढ़ाया जाएगा।