• Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
Wednesday, June 4, 2025
  • Login
पंचायती टाइम्स
  • पंचायती टाइम्स
  • भारत
  • राज्यों से
  • कृषि समाचार
  • खेल
  • जुर्म
  • पंचायत
  • दुनिया
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • IFIE
  • बिज़नेस
    • नई तकनीकी
    • ऑटोमोबाइल
  • शिक्षा / जॉब
  • English
  • पंचायती टाइम्स
  • भारत
  • राज्यों से
  • कृषि समाचार
  • खेल
  • जुर्म
  • पंचायत
  • दुनिया
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • IFIE
  • बिज़नेस
    • नई तकनीकी
    • ऑटोमोबाइल
  • शिक्षा / जॉब
  • English
No Result
View All Result
पंचायती टाइम्स
  • पंचायती टाइम्स
  • भारत
  • राज्यों से
  • कृषि समाचार
  • खेल
  • जुर्म
  • पंचायत
  • दुनिया
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • IFIE
  • बिज़नेस
  • शिक्षा / जॉब
  • English
Home IFIE

गांधी मंडेला फाउंडेशन द्वारा बापू की 77वीं पुण्यतिथि का आयोजन, ‘तीन सदियों तक क्रांतिकारी परिवर्तनों के केंद्रबिंदु रहे राष्ट्रपिता’

गांधी मंडेला फाउंडेशन द्वारा महात्मा गांधी की 77वीं पुण्यतिथि, द यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया दिल्ली में मनाई गई। 

Kiran rautela by Kiran rautela
31 January 2025
in IFIE, भारत
0
gandhi-mandela-foundation-celebrated-bapus-77th-death-anniversary-unesco-director-dr-obijiofor-aginam-chief-guest

gandhi-mandela-foundation-celebrated-bapus-77th-death-anniversary-unesco-director-dr-obijiofor-aginam-chief-guest

Share on FacebookShare on Twitter
30 जनवरी 2025 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 77 वीं पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर कहीं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ तो कहीं बापू की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। गांधी मंडेला फाउंडेशन द्वारा महात्मा गांधी की 77वीं पुण्यतिथि, द यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया दिल्ली में, हिंदू कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी के एसोसिएशन के साथ मनाई गई। इस अवसर पर महात्मा गांधी के विचारों पर प्रकाश डाला जाएगा और आज के समय में उसके प्रासंगिकता पर चर्चा की गई।
Mahatma Gandhi's 77th Death Anniversary
Mahatma Gandhis 77th Death Anniversary
महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर प्रकाश डालते हुए गांधी मंडेला फाउंडेशन के संस्थापक और महासचिव अधिवक्ता नंदन झा ने सभी महानुभावों का स्वागत एवं परिचय कराते गांधी मंडेला फाउंडेशन के द्वारा कराए जा रहे कार्यों के बारे में बताया। उन्होंने प्रतिदिन गांधी की विचारों को लेकर शाखा लगाने की बात भी कही।
Mahatma Gandhi's 77th Death Anniversary
गांधी मंडेला फाउंडेशन के संस्थापक और महासचिव अधिवक्ता नंदन झा
उन्होंने कहा कि, ‘इस देश के बाहर गांधी के अलावा और किसी को नहीं जानते। या तो वो आपके देश को जानते हैं या गांधी को जानते हैं। हमारा प्रयास है कि हम गांधी के विचारों को जिंदा रखे और प्रचार प्रसार करें।’

यह भी पढ़ें- अब स्पैम कॉल से नहीं होंगे परेशान! Jio, Airtel, Vi, BSNL के लिए आई ये नई तकनीक

गांधी मंडेला फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम जाजू जी ने कहा, ‘गांधी जी केवल देश तक सीमिति नहीं हैं बल्कि पूरा विश्व उनका आदर करता है। उन्होंने जो बात कही उसका अनुशरण भी किया।

गांधी मंडेला फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम जाजू जी
गांधी मंडेला फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम जाजू जी

उनकी सोच पूरे विश्व के लिए अनुकरणीय है। आजादी में उनका योगदान सबसे बड़ा रह। उन्होंने हमेशा गरीब, सामान्य और कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति के बारे में हमेशा उन्होंने बात किया।’

जनरल बीके शर्मा (महानिदेशक, यूएसआई), ने कहा- ‘वैश्विक स्थिरता को, बढ़ते हुए ऐतिहासिक विद्वेष, अति-राष्ट्रीयता, धार्मिक कट्टरता, पर्यावरणीय क्षरण, विनाशकारी तकनीकों, परमाणु हथियारों की धमकियों और साइबर, अंतरिक्ष तथा अन्य क्षेत्रों के सैन्यीकरण से गंभीर खतरा उत्पन्न हो रहा है।

जनरल बीके शर्मा (महानिदेशक, यूएसआई)
जनरल बीके शर्मा महानिदेशक यूएसआई

इस निरंतर विकसित होती निराशाजनक परिस्थिति के बीच, भारत को एक दूरदर्शी मार्गदर्शक और विश्व का सच्चा मित्र बनकर उभरना चाहिए। भारत को “वसुधैव कुटुंबकम्” की भावना को साकार करते हुए गांधी जी के सिद्धांतों पर चलना होगा, जहां करुणा और सहयोग के माध्यम से नेतृत्व किया जाए।’

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, यूनेस्को एमजीआईईपी के निदेशक डॉ. ओबिजियोफोर अगिनम ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा-

‘दुनिया भर में नई और प्रतिष्ठित हस्तियां उभर रही हैं, जिन्होंने मानवता के उत्थान, ज्ञान, शांति और अहिंसा के संदेश को फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हाथों के संकेतों (हैंड जेस्चर) के माध्यम से भी शांति, अहिंसा, क्षमा और संवाद का संदेश दिया जाता है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, यूनेस्को एमजीआईईपी के निदेशक डॉ. ओबिजियोफोर
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि यूनेस्को एमजीआईईपी के निदेशक डॉ ओबिजियोफोर

यह समझना आवश्यक है कि न्याय के प्रति विशेष सामाजिक विकास, लोगों के विकास के प्रति समर्पित मंच या राजनीतिक संरचनाएं न्याय और समानता को बढ़ावा दे सकती हैं।

हमारे भीतर जो यह विरासत समाई हुई है, अहिंसा और शांति की..वह हमें यह सिखाती है कि मनुष्य का मन और उसका व्यवहार ही समाज और शासन प्रणाली को आकार देते हैं। यही विचारधारा दुनिया को प्रभावित करती रही है।

गांधीजी के इन सिद्धांतों ने पूरी दुनिया को प्रेरित किया..नेल्सन मंडेला, मार्टिन लूथर किंग जूनियर, और अन्य कई महान व्यक्तित्वों ने अहिंसा और शांति के माध्यम से विभिन्न समाजों में बदलाव लाने का कार्य किया। उन्होंने संघर्ष को हिंसा से नहीं, बल्कि संवाद, प्रेम और करुणा से हल करने का संदेश दिया। यही विचारधारा आज भी पूरी दुनिया में शांति और न्याय की मशाल जलाए हुए है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, यूनेस्को एमजीआईईपी के निदेशक डॉ. ओबिजियोफोर
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि यूनेस्को एमजीआईईपी के निदेशक डॉ ओबिजियोफोर

इसलिए, सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता अहिंसा की शक्ति को अपनाने की है, जिसे गांधी जी ने बढ़ावा दिया था। उनकी अहिंसा की विचारधारा ने सिद्ध किया कि सच्ची शक्ति शारीरिक बल में नहीं, बल्कि नैतिक साहस में निहित होती है। उनके अहिंसक संघर्ष ने भारत को स्वतंत्रता दिलाई और यह आज भी दुनिया भर में शांति आंदोलनों के लिए एक प्रेरणास्रोत बना हुआ है।’

गांधी मंडेला फाउंडेशन की उपाध्यक्ष, डॉ. सविता सिंह ने गांधी जी की विचारधारा को अंतर्मन से प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा, गांधीजी ने अपनी विचारधारा और जीवन के संदेश को किसी भी संदेह में नहीं छोड़ा। हमें गांधीजी को इसलिए जानना चाहिए क्योंकि वे एक ऐसे व्यक्ति थे, जिनका जीवन तीन सदियों तक फैला हुआ था। उन्होंने तीन शताब्दियों को प्रभावित किया..

गांधी मंडेला फाउंडेशन की उपाध्यक्ष, डॉ. सविता सिंह
गांधी मंडेला फाउंडेशन की उपाध्यक्ष डॉ सविता सिंह
  • 19वीं सदी के उत्तरार्ध में उनका जन्म हुआ।
  • 20वीं सदी में उन्होंने अपने सत्य के प्रयोग किए और समाज को मार्ग दिखाया।
  • 21वीं सदी में भी उनके विचार प्रासंगिक बने हुए हैं और आगे आने वाले समय के लिए भी उत्तर प्रदान करते हैं।

गांधीजी को 20वीं सदी में हुई क्रांतिकारी परिवर्तनों का केंद्रबिंदु माना जाता है। उनके विचार और सिद्धांत केवल उनके समय तक सीमित नहीं रहे, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा बने।

उनके सबसे प्रसिद्ध जीवनीकारों ने भी यही स्वीकार किया कि गांधीजी अकेले ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने मानवता को केवल विचार ही नहीं, बल्कि एक स्थायी समाधान भी दिया। उनका योगदान अहिंसा, शांति और सत्य के माध्यम से दुनिया को बदलने का एक अनूठा उदाहरण है।

ये मेहमान रहे मौजूद 

शहीद दिवस के अवसर पर गणमान्य व्यक्तियों में अधिवक्ता नंदन झा (महासचिव, जीएमएफ), डॉ. सविता सिंह (उपाध्यक्ष, जीएमएफ), श्री शंकर अग्रवाल (निदेशक, जीएमएफ), श्री श्याम जाजू (राष्ट्रीय अध्यक्ष, जीएमएफ), डॉ. ओबिजियोफोर अगिनम (निदेशक, यूनेस्को एमजीआईईपी), जनरल बीके शर्मा (महानिदेशक, यूएसआई), मेजर जनरल आरएस यादव, (निदेशक सीएस, यूएसआई), डॉ रीना जैन (वाइस प्रिंसिपल, हिंदू कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी),  श्री गुरशरण सिंह (पूर्व सचिव, भारतीय पैरालंपिक समिति) एवं कई देशों के राजदूत एवं उसके प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

author avatar
Kiran rautela
See Full Bio
Tags: 77th death anniversary77th death anniversary of mahatma gandhideath anniversarydeath anniversary of mahatmadeath anniversary of mahatma gandhigandhi death anniversarygandhi's death anniversaryMahatma Gandhimahatma gandhi 77th death anniversarymahatma gandhi death anniversarymahatma gandhi death anniversary 2019mahatma gandhi death anniversary 2022mahatma gandhi death anniversary statusrajiv gandhi death anniversaryUNESCO Director Dr. Obijiofor Aginam
Previous Post

LIVE: संसद का बजट सत्र आज से होगा शुरू, क्या होता है और पहले दिन राष्ट्रपति की क्या होती है भूमिका?

Next Post

कृपया ध्यान दें! 1 फरवरी से UPI ID, LPG गैस सिलेंडर और ATF की कीमतों में होगा ये बदलाव

Kiran rautela

Kiran rautela

Related Posts

Road Accident: Eco car crushed under truck in Jhabua, Madhya Pradesh, 9 people of the same family died tragically
ब्रेकिंग न्यूज़

Road Accident: ट्रक के नीचे दबी इको कार, एक ही परिवार के 9 लोगों की दर्दनाक मौत

4 June 2025
This trophy belongs to them as much as it belongs to me'.. Virat Kohli gave the credit of victory to AB de Villiers and Chris Gayle
खेल

‘ये ट्रॉफी जितनी मेरी है, उतनी ही इन दोनों की भी है’..जीत के बाद किन दो स्टार्स की बात कर गए विराट?

4 June 2025
rcb-vs-pbks-live-score-ipl-2025-final-punjab-kings-captain-shreyas-iyer-wons-toss
खेल

IPL, RCB vs PBKS Score: RCB ने पंजाब किंग्स को 6 विकेट से हराया, पहली बार बना आईपीएल विजेता

4 June 2025
IPL Final, RCB vs PBKS Shankar Mahadevan to pay tribute to Indian armed forces with sons at closing ceremony
खेल

IPL क्लोज़िंग सेरेमनी में ऑपरेशन सिंदूर की थीम, ये फेमस सिंगर करेंगे परफॉर्म; जानें हर डिटेल्स

3 June 2025
जेएनयू में अब ‘कुलपति’ नहीं, ‘कुलगुरु’ कहलाएंगे विश्वविद्यालय प्रमुख - Panchayati Times
भारत

जेएनयू में अब ‘कुलपति’ नहीं, ‘कुलगुरु’ कहलाएंगे विश्वविद्यालय प्रमुख  

3 June 2025
RCB vs PBKS Final Match Prediction
खेल

IPL Final Prediction: आज टॉस जीतने वाला कैप्टन पहले चुन सकता है फील्डिंग, जानें क्यों?

3 June 2025
Next Post
There will be this change in the prices of UPI ID, LPG gas cylinder from april 1.

कृपया ध्यान दें! 1 फरवरी से UPI ID, LPG गैस सिलेंडर और ATF की कीमतों में होगा ये बदलाव

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

पंचायती टाइम्स

पंचायती टाइम्स नई दिल्ली, भारत से प्रकाशित ग्रामीण भारत की आवाज़ को ले जाने वाला एक डिजिटल समाचार पोर्टल है।

पंचायती टाइम्स एकमात्र ऐसा न्यूज पोर्टल है जिसकी पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी प्रशंसा करते हुए कहा था कि पंचायती टाइम्स न सिर्फ मीडिया धर्म निभा रहा है बल्कि अपनी सामाजिक जिम्मेदारियां भी निभा रहा है।

Follow Us

Browse by Category

  • English (32)
  • IFIE (251)
  • Uncategorized (31)
  • अजब-गजब (33)
  • ऑटोमोबाइल (16)
  • कृषि समाचार (154)
  • खेल (319)
  • जुर्म (181)
  • दुनिया (182)
  • धर्म (107)
  • नई तकनीकी (97)
  • पंचायत (144)
  • बिज़नेस (131)
  • ब्रेकिंग न्यूज़ (615)
  • भारत (1,862)
  • मनोरंजन (163)
  • राज्यों से (548)
  • लोकसभा चुनाव 2024 (199)
  • शिक्षा / जॉब (89)
  • स्वास्थ्य (69)

Recent News

Road Accident: Eco car crushed under truck in Jhabua, Madhya Pradesh, 9 people of the same family died tragically

Road Accident: ट्रक के नीचे दबी इको कार, एक ही परिवार के 9 लोगों की दर्दनाक मौत

4 June 2025
This trophy belongs to them as much as it belongs to me'.. Virat Kohli gave the credit of victory to AB de Villiers and Chris Gayle

‘ये ट्रॉफी जितनी मेरी है, उतनी ही इन दोनों की भी है’..जीत के बाद किन दो स्टार्स की बात कर गए विराट?

4 June 2025
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

© 2024 पंचायती टाइम्स. All Rights Reserved

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In
  • Login
  • पंचायती टाइम्स
  • भारत
  • राज्यों से
  • कृषि समाचार
  • खेल
  • जुर्म
  • पंचायत
  • दुनिया
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • IFIE
  • बिज़नेस
    • नई तकनीकी
    • ऑटोमोबाइल
  • शिक्षा / जॉब
  • English

© 2024 पंचायती टाइम्स. All Rights Reserved