देश की राजधानी दिल्ली में मेट्रो के चौथे फेज को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। दिल्ली मेट्रो के दो नए कॉरिडोर बनाए जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को इसका ऐलान किया।
अनुराग ठाकुर ने कहा, ”आज दो नए मेट्रो कॉरिडोर को मंजूरी दी गई है, जिस पर 8400 करोड़ रुपये खर्च होंगे। लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक तक करीब 8.4 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन होगी। इसमें आठ स्टेशन होंगे और यह पूरी एलेवेटेड लाइन होगी।
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दूसरी इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ तक यह करीब 12.4 किलोमीटर की मेट्रो लाइन होगी। यह मार्च 2029 तक पूरी हो जाएगी।”
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा- ‘दोनों कॉरिडोर परियोजना पर कुल लागत 8,399 करोड़ रुपये की होगी जो केंद्र और दिल्ली सरकारों और अंतरराष्ट्रीय फंडिंग एजेंसियों के सहयोग से बनेगी।’
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उन्होंने कहा कि ‘इन दोनों लाइनों पर 8399 करोड़ रूपये में से 10547 करोड़ रुपये केंद्र सरकार और 1987 करोड़ रुपये दिल्ली सरकार वहन करेगी।
इन लाइनों के लिए 4309 करोड़ रुपये का लोन लिया जाएगा, 333 करोड़ रुपये दिल्ली मेट्रो रेल निगम खर्च करेगी और 195 करोड़ रुपये निजी सरकारी भागीदारी से एकत्रित किए जाएंगे।’
इस रूट को कनेक्ट करेगा ये फेज
इस लाइन के बनने से इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर ग्रीन लाइन का विस्तार होगा और रेड, येलो, एयरपोर्ट लाइन, मैजेंटा, वॉयलेट और ब्लू लाइन के साथ इंटरचेंज होगा।
लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर सिल्वर, मैजेंटा, पिंक और वॉयलेट लाइनों को जोड़ेगा। बता दें कि इस समय लगभग 427 किमी तक दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क फैला है। जिसमें एनसीआर में 12 कॉरिडोर हैं। दिल्ली मेट्रो से हर रोज 60 लाख से अधिक यात्री यात्रा करते हैं।
दिल्ली मेट्रो का नाम अब दुनिया के सबसे बड़े मेट्रो नेटवर्क से जुड़ गया है। 2019 में 3 कॉरिडोर को मंजूरी दी गई थी। जिसमें एयरोसिटी – तुगलकाबाद, आर.के. आश्रम मार्ग- जनकपुरी पश्चिम और मजलिस पार्क- मौजपुर शामिल हैं।
क्या दिल्ली मेट्रो का फेज 5 होगा?
दिल्ली मेट्रो चरण 5 योजना चरण में है और इसका लक्ष्य पूरे दिल्ली एनसीआर क्षेत्र को रोहतक से सोनीपथ से गुड़गांव और नोएडा तक जोड़ना है।
कब दौड़ी थी पहली मेट्रो
दिल्ली मेट्रो 3 मई 1995 को अस्तित्व में आई थी। बीते 21 सालों में दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने करीब 213 किलोमीटर लंबा नेटवर्क स्थापित कर लगभग 30 लाख लोगों के आवागमन को सुगम बनाया है। दिल्ली मेट्रो की पहली ट्रेन 24 दिसंबर 2002 को 8.4 किलोमीटर लंबे शाहदरा – तीसहजारी कॉरीडोर पर दौड़ी थी। तब से अब तक मेट्रो का काम जारी है।