सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर दिशा सालियान की मौत का मामला फिर से सुर्खियों में है। हर रोज नए खुलासे और अपडेट सामने आ रहे हैं, जिससे इस केस में राजनीतिक रंग भी नजर आ रहा है। हाल ही में दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान ने मुंबई क्राइम ब्रांच में लिखित शिकायत दी है और आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ साजिश रची गई। उन्होंने आदित्य ठाकरे, डिनो मोरेया, सूरज पंचोली और अन्य आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है।
एफआईआर में कौन-कौन से नाम शामिल हैं?
सतीश सालियान के वकील नीलेश ओझा ने इस मामले को लेकर एबीपी न्यूज से बातचीत करते हुए बताया कि उन्होंने ज्वाइंट सीपी क्राइम को अपनी शिकायत दी है। शिकायत में आदित्य ठाकरे, डिनो मोरेया, उनके बॉडीगार्ड, सूरज पंचोली और पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह पर आरोप लगाए गए हैं। ओझा ने यह भी आरोप लगाया कि परमबीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मामले को कवर करने की कोशिश की थी।
नीलेश ओझा ने आगे बताया कि इस मामले में एनसीबी द्वारा किए गए जांच के तहत आदित्य ठाकरे का नाम ड्रग्स के कारोबार में जुड़ा हुआ है। उन्होंने दावा किया कि आदित्य ठाकरे समीर खान की कंपनी में शामिल हैं और ड्रग्स के कारोबार में उनका नियमित संपर्क था। ओझा का सवाल है कि अगर आदित्य ठाकरे का ड्रग्स के कारोबार से जुड़ा नाम सामने आया, तो उन्हें अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया?

राजनीतिक साजिश और आरोप
सतीश सालियान के मुताबिक, उनकी बेटी दिशा के साथ पहले बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। उनका आरोप है कि इस पूरे मामले में कुछ प्रभावशाली लोगों को बचाने के लिए राजनीतिक साजिश की गई। सतीश सालियान ने कहा कि उनकी बेटी की मौत की सच्चाई को दबाने के लिए सीएम उद्धव ठाकरे ने अपने पद का गलत इस्तेमाल किया और आदित्य ठाकरे के जुर्म को छुपाने का प्रयास किया।
सतीश सालियान की अपील: सीबीआई जांच की मांग
दिशा सालियान के पिता ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर अपील की है कि उनकी बेटी की मौत की जांच सीबीआई को सौंप दी जाए। उन्होंने कहा कि मामले में राजनीतिक दबाव और प्रभावशाली लोगों की संलिप्तता के कारण पुलिस सही तरीके से जांच नहीं कर पा रही है, इसलिए सीबीआई से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
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दिशा सालियान की मौत के मामले में अब तक कई साजिशों और आरोपों के घेरे में कई नाम सामने आ चुके हैं। सतीश सालियान की एफआईआर और हाईकोर्ट में दायर याचिका से यह साफ हो रहा है कि वह इस मामले की सही जांच चाहते हैं और इसके लिए उन्हें अब तक न्याय नहीं मिला है। इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाएंगे, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन यह मामला अब तक राजनीति, पुलिस और मीडिया के बीच में एक बड़ा विवाद बन चुका है।