आजकल न्यूज या सोशल मीडिया पर एक नाम सामने आ रहा है, और वो है ‘वासुकी’। आखिर इस नाम की इतनी चर्चा क्यों हो रही है और कौन थे वासुकी? आज के इस आर्टिकल में हम आपको इसकी पूरी जानकारी देंगे।
गुजरात में मिले जीवाश्म
वैज्ञानिकों को गुजरात के कच्छ में बहुत प्राचीन लगभग 5 करोड़ साल पुराना जीवाश्म मिला है। ये जीवाश्म वासुकी नाग का बताया जा रहा है। वासुकी नाग दुनिया का सबसे पुराना और बड़ा नाग है। जो एनाकोंडा से भी बड़ा था। वैज्ञानिकों को वासुकी नाग के करीब 27 हिस्से बरामद हुए हैं। जिनकी स्टडी करके वैज्ञानिकों ने बताया कि ये वासुकी नाग के जीवाश्म हैं। जिसका नाम वासुकी इंडिकस (Vasuki Indicus) है। यहां तक कि वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि वासुकी, डायनासोरों के जमाने का विशालकाय टी.रेक्स डायनासोर से भी ज्यादा विशालकाय था।
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वैज्ञानिकों को वासुकी नाग के जीवाश्म पानंधरो लाइटनाइट खदान मिले हैं। बता दें कि वासुकी नाग का वर्णन समुद्र मंथन के दौरान मिलता है। जब मंदार पर्वत को मथने के लिए वासुकी का प्रयोग रस्सी के तौर पर किया गया था। जिससे समुद्र से अमृत और विष के अलावा कई कीमती चीजें निकली थीं।
कौन थे वासुकी नाग?
वासुकी प्रसिद्ध नाग हैं महर्षि कश्यप के पुत्र थे जो कद्रु के गर्भ से हुए थे । इसकी पत्नी शतशीर्षा थी। नागधन्वातीर्थ में देवताओं ने इसे नागराज के पद पर अभिषिक्त किया था। वासुकी, शिव के परम भक्त थे इसलिए हमेशा उनके कंठ पर विराजमान रहते थे