INDIA गठबंधन की कोऑर्डिनेशन कमेटी की पहली बैठक आज शरद पवार के दिल्ली स्थित आवास पर होनी है। इंडिया गठबंधन के शामिल दलों के बीच बेहतर समन्वय के लिए इस कमेटी का गठन किया गया। इस कमेटी का प्रमुख कार्य सीटों के बटवारे का है। इंडिया गठबंधन की कोशिश लोकसभा के लगभग 400 सीटों पर बीजेपी के खिलाफ विपक्ष की तरफ से एक उम्मीदवार लड़ाने की तैयारी है जिससे वोटों के विभाजन को रोका जा सके।
कोऑर्डिनेशन कमेटी की चुनौतियां
कोऑर्डिनेशन कमेटी के सामने प्रमुख चुनौती पश्चिम बंगाल, दिल्ली और पंजाब में समन्वय स्थापित करना है। पश्चिम बंगाल में लेफ्ट और कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ममता बनर्जी के खिलाफ लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है। लेफ्ट पार्टी पश्चिम बंगाल में प्रमुख विपक्षी दल रहा है। अभी भाजपा वहां प्रमुख विपक्षी दल है। ममता बनर्जी लम्बे संघर्ष के बाद वहां लेफ्ट को सत्ता से हटा पायी। पश्चिम बंगाल की राजनीति में दोनों दलों के बीच का खूनी खेल किसी से छुपा नहीं है। वहीं दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस के राज्य स्तरीय नेता आप के साथ गठबंधन के विरोध में हैं। इसका कारण यह है कि दोनों राज्यों में आप ने कांग्रेस को हराकर ही सत्ता कब्जाई है। साथ ही लोकसभा का चुनाव जब आता है तो दोनों जगह कांग्रेस भाजपा के खिलाफ प्रमुख पार्टी बन जाती है।
आज होने वाले बैठक में जेडीयू अध्यक्ष और इस कमेटी के सदस्य ललन सिंह ख़राब सेहत के कारण शामिल नहीं हो रहे। उनकी जगह बहार सरकार में मंत्री संजय झा इस बैठक में भाग लेंगे। टीएमसी से अभिषेक बनर्जी भी इस बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे। अभिषेक बनर्जी को आज ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दिल्ली स्थित कार्यालय में पेश होना है।
INDIA गठबंधन की मुंबई बैठक में कोऑर्डिनेशन कमेटी का ऐलान किया गया था। इस कमेटी में कांग्रेस से केसी वेणुगोपाल, एनसीपी से शरद पवार, डीएमके से टीआर बालू, शिवसेना (यूबीटी) से संजय राउत, आरजेडी से तेजस्वी यादव, टीएमसी से अभिषेक बनर्जी, आप से राघव चड्ढा, समाजवादी पार्टी से जावेद अली खान, जेडीयू से ललन सिंह, जेएमएम से हेमंत सोरेन, सीपीआई से डी राजा, नेशनल कांफ्रेंस से उमर अब्दुल्ला, पीडीपी से महबूबा मुफ्ती को शामिल किया गया है। इसमें सीपीएम को भी शामिल किया गया है लेकिन अभी सीपीएम की तरफ से किसी नेता का नाम नहीं दिया गया है जो इस कमेटी के हिस्सा होंगे।