Israel-Iran War Updates: ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष लगातार 6वें दिन भी जारी है। दोनों तरफ से लगातार बमबारी हो रही है। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने दावा किया कि बुधवार को ईरानी बलों ने इजरायल पर किए हालिया हमले में हाइपरसोनिक Fatah-1 मिसाइलें दागीं हैं।
ईरान के पास मध्य पूर्व में सबसे बड़ा और सबसे विविध बैलिस्टिक मिसाइल भंडार होने का अनुमान है। और जब से ईरान के सर्वोच्च नेता ने ‘नरक के द्वार खोलने’ की कसम खाई है, तब से उसकी सैन्य क्षमताएं खुलकर सामने आ रही हैं।
ईरान द्वारा ऑपरेशन राइजिंग लायन के जवाब में इज़राइल पर लगातार मिसाइल और ड्रोन हमलों की बौछार की जा रही है।
इन मिसाइल अटैक से अब तक इज़राइल में कम से कम 13 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन अगर यह संघर्ष आगे भी जारी रहता है, तो ईरान के लिए भी मुश्किल हो सकती है।
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एक ‘जटिल चुनौती’ बना हुआ है ईरान
इज़राइल के ऑपरेशन ने ईरान की सैन्य कमान के कई प्रमुख सदस्यों को मार गिराया है और उसके कुछ परमाणु स्थलों को नुकसान पहुंचाया है। ईरान में अब तक कम से कम 242 लोग मारे जा चुके हैं।
इजराइल ने कहा कि ऑपरेशन राइजिंग लायन का उद्देश्य ईरान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को खत्म करना है।
ईरान पिछले कई दशकों से लंबी दूरी की मिसाइलों को विकसित कर रहा है। उसके पास बड़ी मात्रा में कम दूरी की रॉकेटों और संभावित हाइपरसोनिक हथियारों का भी भंडार है, जिनमें से अधिकांश स्थानीय रूप से बनाए गए हैं।
अमेरिकी अनुमानों के मुताबिक, इज़राइल के हालिया हमलों से पहले ईरान के पास लगभग 3,000 बैलिस्टिक मिसाइलें थीं। यूएस ऑफिस ऑफ द डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस ने कहा है कि यह मध्य पूर्व का सबसे बड़ा मिसाइल स्टॉक pile है।
यूएस सेंट्रल कमांड के प्रमुख केनेथ मैकेंजी ने मार्च में चेतावनी देते हुए कहा, ‘ईरान की मिसाइल फोर्स के आकार और तकनीकी क्षमता में लगातार वृद्धि हो रही है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘तेहरान की मिसाइलें, उसके परमाणु क्षमता के साथ मिलकर, एक जटिल और गंभीर रणनीतिक चुनौती पेश करती हैं।’