देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यूपी दौरे पर हैं। पीएम ने यूपी के संभल में आज कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास किया।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हेलीपैड पर उनका स्वागत किया। उसके बाद पीएम मोदी पूजा में शामिल हुए।
कल्कि धाम मंदिर संभल के एंकरा कंबोह में बन रहा है।
अयोध्या में राम मंदिर के बाद अब हर जगह कल्कि धाम मंदिर की चर्चाएं हैं। आज शिलान्यास पूजा के दौरान पीएम के साथ यूपी के सीएम और आचार्य प्रमोद कृष्णम भी मौजूद थे। बता दें कि आचार्य प्रमोद कृष्णम, श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष भी हैं।
क्यों खास है ये मंदिर?
यूपी के संभल में बन रहे कल्कि मंदिर की अपनी खास विशेषता है। इस मंदिर का निर्माण भगवान कल्कि के लिए किया जा रहा है।
ऐसी मान्यता है कि कलयुग के अंत में भगवान विष्णु, कल्कि के अवतार में प्रगट होंगे। खास ये बात ये है कि भगवान कल्कि अभी अवतरित भी नहीं हुए हैं और मंदिर बनने जा रहा है।
ऐसी होगी संरचना
कल्कि धाम मंदिर पांच एकड़ जमीन पर बनेगा और इसे बनने में पांच साल लगेंगे। जिन गुलाबी पत्थरों से अयोध्या के राम मंदिर का निर्माण हुआ था उसी पत्थर से कल्कि धाम का भी निर्माण होगा। मंदिर में दस गर्भगृह होंगे जिसमें भगवान विष्णु के दस अवतारों के विग्रह स्थापित किए जाएंगे।
मंदिर के पास एक सफेद घोड़े की भी मूर्ति बनाई गई है। मान्यताओं के अनुसार कल्कि महाराज, भगवान शिव की पूजा करेंगे और
भोलेनाथ उन्हें एक सफेद घोड़ा वरदान में देंगे। धर्मशास्त्रों के अनुसार कलयुग में जब पाप अपने चरम पर होगा तब भगवान कल्कि अवतरित होंगे। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कुछ साल पहले संकल्प लिया था कि जहां भगवान कल्कि अवतार लेंगे वहीं मंदिर बनेगा।
पीएम मोदी ने संबोधन में क्या कहा?
संभल में कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज उत्तर प्रदेश की धरती से भक्ति और अध्यात्म की एक और धारा प्रवाहित होने को लालायित है। आज एक और पवित्र धाम की नींव रखी जा रही है। मुझे भव्य कल्कि धाम के शिलान्यास को सौभाग्य मिला है। मुझे विश्वास है कि कल्कि धाम भारतीय आस्था के एक और विराट केंद्र के रूप में उभरकर सामने आएगा।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज एक ओर हमारे तीर्थों का विकास हो रहा है तो दूसरी ओर शहरों में हाई टेक इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार हो रहा है। आज अगर मंदिर बन रहे हैं तो देश भर में नए मेडिकल कॉलेज भी बन रहे हैं। यह परिवर्तन इस बात का प्रमाण है कि समय का चक्र घूम चुका है, एक नया दौर आज हमारे दरवाजे पर दस्तक दे रहा है। इसलिए मैंने लाल किले से कहा था ‘यही समय है, सही समय है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैं प्रमोद कृष्णम को एक राजनैतिक व्यक्ति के रूप में दूर से जानता था लेकिन जब कुछ दिन पहले उनसे मुलाकात हुई तो पता चला कि वे ऐसे धार्मिक-अध्यात्मिक कार्यों में कितनी मेहनत से लगे रहते हैं। कल्कि मंदिर के लिए इन्हें पहले की सरकारों के समय लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी, कोर्ट के चक्कर भी लगाने पड़े। आज हमारी सरकार में वे निश्चिंत होकर इस काम को शुरु कर पाए हैं..आज पहली बार भारत उस मकाम पर है जहां हम अनुसरण नहीं कर रहे, उदाहरण पेश कर रहे हैं। आज पहली बार भारत को टेक्नोलॉजी और डिजिटल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में संभावनाओं के केंद्र के रूप में देखा जा रहा है। आचार्य प्रमोद कृष्णम) कहा कि हर किसी के पास देने के लिए कुछ न कुछ होता है लेकिन मेरे पास कुछ नहीं है, मैं सिर्फ अपनी भावना व्यक्त कर सकता हूं। अच्छा हुआ कुछ दिया नहीं, ज़माना ऐसा बदल चुका है कि आज के युग में अगर सुदामा श्री कृष्ण को एक पोटली चावल देते और वीडियो सामने आता तो सुप्रीम कोर्ट में PIL दाखिल हो जाती और फैसला आता कि भगवान कृष्ण को भ्रष्टाचार में कुछ दिया गया था और भगवान कृष्ण भ्रष्टाचार कर रहे थे।”