कवि कुमार विश्वास का अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा पर दिया गया बयान इन दिनों चर्चा में है। सोशल मीडिया पर विश्वास के इस बयान का आलोचना भी हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ एक वर्ग उनका समर्थन भी कर रहा है। आलोचना और समर्थन के बीच कुमार विश्वास का बयान पितृसत्तात्मक सोच को और बल देता है और महिलाओं की खुद की पहचान और उसके निजी जिंदगी से जुड़े निर्णय को जज करता है। यह सोच और भी गंभीर तब हो जाता है जब बयान देने वाला भी एक पढ़ा-लिखा और चर्चित सफल इंसान है। जिस पर बयान दिया गया है वो भी सफल अभिनेत्री हैं, जिन्होंने अपने अभिनय से समाज में एक जगह बनाई है।
क्या कहा था कुमार विश्वास ने?
कुमार विश्वास ने एक कार्यक्रम के दौरान अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा के शादी को लेकर तंज कसते हुए कहा कि अपने बच्चों को रामायण सुनवाइए, गीता पढ़वाइए अन्यथा ऐसा न हो कि आपके घर का नाम तो रामायण हो और आपके घर की श्रीलक्ष्मी को कोई और उठाकर ले जाए। आपको बताते चलें कि सोनाक्षी के घर के नाम रामायण है।
अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने अभिनेता जहीर इकबाल से शादी की है। इस शादी पर कुमार विश्वास का मानना है कि एक पढ़ी-लिखी, अपने क्षेत्र में सफल अभिनेत्री को जहीर इकबाल उठा के ले गया। कुमार विश्वास ने यह बयान अंतरधार्मिक विवाह को ध्यान में रख कर दिया है। विश्वास शादी जैसे निजी विषय पर बयान देकर एक महिला के निर्णय और उसके अस्तित्व यानि उसके स्वयं की पहचान पर सवाल उठाया है।
कुमार विश्वास का बयान यह दर्शाता है कि महिला आज भी अपनी शादी, उसे क्या पहनना है, क्या खाना है, कैसे रहना है, क्या करना है, इन सब विषयों पर वह खुद निर्णय नहीं ले सकती और उसे आज भी पुरुषों की मान्यता की जरुरत है। पुरुष आज भी स्व-घोषित ठेकेदार बना बैठा है।
धार्मिक भावनाओं को आर्थिक रूप से दोहन कर रहे
कवि कुमार विश्वास का कवि से कथावाचक बनने की प्रक्रिया में हैं। आज के समय में धार्मिक भावनाओं को राजनीतिक और आर्थिक तौर पर इस्तेमाल करने का प्रचलन चल पड़ा है। कुमार विश्वास भी उसी धार्मिक भावनाओं को आर्थिक रूप से दोहन कर रहे हैं। सीधी भाषा में कहे तो धार्मिक भावनाओं को उभारकर पैसा बना रहे हैं।
कवि का काम होता है सामाजिक कुरीतियों को दूर करना
कुमार विश्वास एक कवि हैं। कवि का काम होता है सामाजिक कुरीतियों को दूर करना न कि उसे बढ़ाना। विश्वास अपने इस बयान से पितृसत्तात्मक सोच को बढ़ावा दे रहे हैं। महिलाओं और पुरूषों के बीच खाई पैदा कर रहे हैं। महिलाओं के प्रति संकीर्ण सोच को बढ़ावा दे रहे हैं। समाज में धार्मिक तौर पर खाई पैदा कर रहें हैं। हिन्दू और मुस्लिम के बीच की दुरी को और बढ़ा रहे हैं।
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इस बयान के पीछ की राजनीति
अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा पर कुमार विश्वास ने यह बयान देकर राजनीतिक तौर पर भी एक संदेश दिया हो। विश्वास को राजनीति में सफलता नहीं मिली है। विश्वास ने जो बयान दिया है उसे समाज का एक बड़ा वर्ग पसंद करता है। राजनीतिक रूप से भी यह एक वर्ग को साधता है। हो सकता है कि इन चीजों को ध्यान में रखकर भी कुमार विश्वास ने यह बयान दिया हो। वैसे भी आने वाले दिनों में दिल्ली का विधानसभा चुनाव भी आने वाला है।