कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने 16 ऑक्टूबर को राजस्थान विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए प्रचार किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी उनके साथ मौजूद रहें। राहुल ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट का हाथ एक साथ जोड़कर लोगों को एकता का संकेत भी दिया।
इस मौके पर कांग्रेस नेता ने कहा कि PM मोदी, स्कूल-कॉलेज और अस्पतालों का निजीकरण करते हैं और पूरा फायदा अरबपतियों को देते हैं। मोदी जी कृषि कानून लेकर आए और कहा कि किसानों को फायदा होगा, लेकिन देश के सारे किसान इसके खिलाफ धरने पर बैठ गए। किसानों ने कहा- यह हमारा नहीं, अडानी-अंबानी का कानून है। अंत में किसानों के साथ कांग्रेस ने मिलकर इस काले कानून को खत्म किया।
कोरोना के समय पूरे देश में लोग मर रहे थे, दवाई नहीं थी, ऑक्सीजन नहीं थी। तब मोदी जी ने आपसे कहा- मोबाइल की लाइट जलाओ, थाली बजाओ। लेकिन राजस्थान में भीलवाड़ा मॉडल था। घर में फूड पैकेट और दवा मिल रही थी, क्योंकि हम गरीबों की सरकार चलाते हैं।मोदी जी ने पुरानी पेंशन रद्द कर दी, लेकिन राजस्थान में हम OPS कानून बनाने जा रहे हैं। महंगाई राहत कैंप से हमने करोड़ों लोगों को फायदा पहुंचाया है।PM मोदी अडानी की जेब में पैसा डालते हैं, हम जनता की जेब में पैसा डालते हैं।
राजस्थान के लिए कांग्रेस की 7 गारंटी
राजस्थान के लिए कांग्रेस की 7 गारंटी-
🔹परिवार की महिला मुखिया को हर साल 10 हजार रुपए
🔹500 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर
🔹15 लाख रूपए का आपदा राहत बीमा
🔹सभी बच्चों के लिए इंग्लिश मीडियम स्कूल
🔹सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को फ्री लैपटॉप/टैबलेट
🔹सरकारी कर्मचारियों के… pic.twitter.com/hii9mD60Hl— Congress (@INCIndia) November 16, 2023
बीते चुनाव के एकदम बाद राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में हमारी सरकार बनी थी। मैंने तीनों मुख्यमंत्रियों से कहा था कि BJP ने जनता का जितना पैसा अरबपतियों को दिया है, उतना पैसा हमें जनता की जेब में डालना है। राजस्थान की ‘चिरंजीवी योजना’ में जनता का इलाज फ्री में होता है। तो सोचिए- गरीब परिवारों का कितना पैसा बचा होगा।
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BJP के नेता कहते हैं- हिंदी पढ़ो, अंग्रेजी मत पढ़ो। लेकिन अगर आप BJP के नेताओं से पूछेंगे तो वो बताएंगे कि हमारे बच्चे इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ते हैं। वे चाहते हैं गरीबों और किसानों के बच्चे अंग्रेजी न सीखें। कॉल सेंटर में, विदेशों में काम न करें। जबकि हम चाहते हैं कि बच्चे हिंदी के साथ अंग्रेज़ी भी सीखें। युवा बड़े सपने देखें और उन्हें पूरा करें, इसीलिए हमने पूरे प्रदेश में अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोले हैं।