भारत के स्टार एथलीट और ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि से नवाज़ा गया है। यह सम्मान उन्हें उनकी खेल जगत में असाधारण उपलब्धियों और देश के प्रति योगदान को देखते हुए दिया गया है।
नीरज चोपड़ा अब सिर्फ एक विश्व स्तरीय जेवेलिन थ्रोअर नहीं, बल्कि भारतीय सेना के एक अधिकारी के रूप में भी राष्ट्र की सेवा करेंगे।
ट्रैक एंड फील्ड में गोल्ड लाने वाले पहले भारतीय
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक 2021 में जेवेलिन थ्रो इवेंट में 87.58 मीटर की दूरी तय कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। वह भारत के पहले ट्रैक एंड फील्ड एथलीट बने जिन्होंने ओलंपिक में व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीता।
उनका यह कारनामा न केवल भारतीय खेल इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय है, बल्कि नई पीढ़ी के एथलीटों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।

सेना की वर्दी में नया सफर
भारतीय सेना की टेरिटोरियल आर्मी ने नीरज चोपड़ा को लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि देकर यह संदेश दिया है कि देश के लिए योगदान सिर्फ सीमा पर नहीं, मैदान पर भी उतना ही महत्वपूर्ण है। इस सम्मान से यह भी स्पष्ट होता है कि भारतीय सेना खेल प्रतिभाओं को भी बराबरी का दर्जा देती है।
खेल और देशभक्ति का संगम
नीरज का सेना से नाता कोई नया नहीं है। वह पहले से ही भारतीय सेना में सूबेदार के पद पर कार्यरत थे। अब लेफ्टिनेंट कर्नल की उपाधि मिलने के बाद उनकी जिम्मेदारी और सम्मान दोनों बढ़ गए हैं। इससे यह भी संकेत मिलता है कि खेल और देशभक्ति का मेल भारत में अब और मजबूत हो रहा है।
पूरे देश से बधाइयों का तांता
नीरज चोपड़ा को मिली इस नई जिम्मेदारी पर देशभर से शुभकामनाएं मिल रही हैं। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें “भारत का सच्चा हीरो” और “देश का गर्व” कहकर सम्मानित कर रहे हैं। खेल मंत्रालय, भारतीय सेना और पूर्व खिलाड़ियों ने भी नीरज को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।
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नीरज चोपड़ा ने साबित कर दिया है कि अगर इरादे बुलंद हों तो खेल से लेकर देश सेवा तक हर मैदान में उत्कृष्टता हासिल की जा सकती है। ओलंपिक गोल्ड से लेकर सेना की वर्दी तक, उनका यह सफर हर भारतीय को गर्व से भर देता है।