देश का नाम रौशन करने वाली बेटियां पिछले चार दिनों से जंतर - मंतर के सड़क पर सोने को मजबूर हैं। रियो ओलम्पिक 2016 ब्रॉन्ज़ मैडल विजेता साक्षी मल्लिक,अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित एवं टोक्यो ओलम्पिक 2020 सिल्वर मैडल विजेता बजरंग पुनिया, एवं कॉमनवेल्थ और एसियन गेम्स दोनों मे गोल्ड मैडल जितने वाली पहली महिला पलवान विनेश फौगाट अपने एवं साथी खिलाडियों के साथ यौन शोषण करने वाले भारतीय कुस्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे हैं।
इन लोगों ने इसी साल 18 जनवरी को भी धरना प्रदर्शन किया था। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के मध्यस्ता करने एवं भारतीय ओलम्पिक संघ की अध्यक्षा पीटी उषा के द्वारा एक समिति की गठन की गई जिसके बाद उन्होंने अपना धरना ख़त्म किया। इस समिति का गठन ओलम्पिक पदक विजेता मैरी कॉम की अध्यक्षता में की गई। इस समिति के द्वारा पिछले सप्ताह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंप दी गई है। इस समिति के रिपोर्ट पर बजरंग पुनिया ने कहा है कि इस रिपोर्ट को एक समिति के दस्खत के बिना ही रिपोर्ट सौंप दी गई एवं उनका मांग है कि इस रिपोर्ट को सार्वजानिक किया जाय।
Podium से फुटपाथ तक।
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) April 23, 2023
आधी रात खुले आसमान के नीचे न्याय की आस में। pic.twitter.com/rgaVTM5WGK
धरना दे रहे पहलवानों के द्वारा दिल्ली पुलिस को एफआईआर के लिए अर्जी दी लेकिन तीन दिन हो गए दिल्ली पुलिस द्वारा उनके अर्जी पर अभी तक बृजभूषण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कि गई। एफआईआर दर्ज कराने वाली पहलमानों में एक नाबालिक लड़की भी है जिसके कारन ये मामला पोक्सो कानून का भी बनता है। 2013 के जस्टिस वर्मा समिति के रिपोर्ट पर एक कानून बना था जिसमे यौन शोषण के शिकायत पर पुलिस को बिना विलम्ब के एफआईआर दर्ज कर जाँच शुरू करने का प्रावधान है। जब देश - विदेश में भारत का नाम रौशन करने वाली पहलमानों को एक एफआईआर कराने के लिए धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पर रहा है तो आम जनता का क्या हाल होगा ये आप सोच सकता हैं।
We want justice.#WrestlersProtest pic.twitter.com/EowQ8tlHcq
— Bajrang Punia 🇮🇳 (@BajrangPunia) April 24, 2023
ये महिला पहलमान उस हरियाणा राज्य से आती हैं जहाँ लड़कियों का भ्रूण हत्या सबसे अधिक किया जाता है। ऐसी राज्य से आकर पहलमानी के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना और देश-विदेश में ओलम्पिक एवं अन्य गेम्स में पदक जीतकर देश के झंडा का मान बढ़ाना कम बड़ी बात नहीं है।
ये महिला पहलमान उसी राज्य हरियाणा से आतीं हैं जहाँ प्रधानमंत्री मोदी ने सर्व प्रथम बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था एवं इस योजना की शुरुआत की थी। आज उनके ही पार्टी के सांसद के खिलाफ करवाई कराने के लिए एवं अपने न्याय के लिए इन्हे धरना देना पर रहा है। प्रधानमंत्री एवं खेल मंत्री को हस्तक्षेप कर इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाना चाहिए।
धरना दे रही बेटियों को देखकर न जाने कितने बेटियों का हौशला टूट रहा होगा जो खेलों के विभिन्न क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाह रही होंगी। ये बेटियां आदर्श हैं , हमारे देश की गौरव हैं इन्हे जल्द से जल्द न्याय मिलनी चाहिए। ये बेटियां खेलों के मैदान पर ही अच्छी लगती हैं।