पहलगाम आतंकी हमला: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद राज्य की फिजा में गम, गुस्सा और चिंता गहराई हुई है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान जाने के बाद अब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने कार्रवाई तेज कर दी है। इस सिलसिले में पुलिस ने तीन संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए हैं, जिनकी पहचान आसिफ फूजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा के रूप में हुई है।
ये स्केच उन चश्मदीदों और घायलों की मदद से तैयार किए गए हैं, जो हमले के वक्त मौके पर मौजूद थे। पुलिस ने इन स्केचों को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए बड़े स्तर पर प्रचार शुरू कर दिया है, ताकि यदि किसी ने इन्हें कहीं देखा हो तो वो तुरंत सूचना दे सके।
आतंकियों का घुसपैठ का रास्ता हुआ उजागर
प्रारंभिक जांच में खुफिया एजेंसियों ने जो जानकारियाँ जुटाई हैं, उनके मुताबिक ये आतंकी पीर पंजाल की पहाड़ियों से भारत में दाखिल हुए। इसके बाद इन्होंने राजौरी से होते हुए चत्रु और वधावन के रास्ते पहलगाम तक का सफर तय किया।
बताया जा रहा है कि इस रूट को इसलिए चुना गया क्योंकि यह रास्ता अधिकतर गुज्जर और बकरवाल समुदाय के लोगों से भरा रहता है, और आतंकी इन्हीं की आड़ में आसानी से छिपते हुए आगे बढ़ सके।
सुरक्षा व्यवस्था में व्यापक बदलाव
हमले के बाद सुरक्षाबलों ने पूरी घाटी, खासकर पर्यटक स्थलों पर सुरक्षा को और सख्त कर दिया है। श्रीनगर, गुलमर्ग, सोनमर्ग और पहलगाम जैसे स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। श्रीनगर में बुधवार को हालात बेहद तनावपूर्ण रहे। बाजार, पेट्रोल पंप और अधिकतर व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। हालांकि आवश्यक सेवाओं की दुकानें खुली रहीं और निजी वाहनों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं थी।
घाटी में बंद, 35 साल बाद ऐसा विरोध
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इस आतंकी हमले के विरोध में बुधवार को पूरी कश्मीर घाटी में बंद रहा। स्थानीय लोग, व्यापारी, सामाजिक संगठनों और यहां तक कि राजनीतिक दलों ने भी एकजुट होकर इस कायराना हमले की निंदा की और पीड़ितों के साथ संवेदना जताई।
यह 35 वर्षों में पहली बार हुआ है जब आतंकवाद के खिलाफ इस स्तर पर आम जनता ने एक सुर में आवाज उठाई हो। बंद का असर श्रीनगर के अलावा अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां, बारामुला और अन्य जिलों में भी देखा गया।
“अब होगा हिसाब”
जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षाबलों ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि इस हमले का बदला लिया जाएगा। सर्च ऑपरेशन्स, ड्रोन निगरानी और खुफिया नेटवर्क को पूरी तरह सक्रिय कर दिया गया है। पुलिस महानिदेशक (DGP) ने कहा है कि “ये हमला सिर्फ निर्दोष नागरिकों पर नहीं, बल्कि देश की आत्मा पर हमला है। इसका जवाब ज़रूर मिलेगा।”
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इस बीच, आम लोग भी मांग कर रहे हैं कि आतंकियों और उनके मददगारों के खिलाफ निर्दयी कार्रवाई की जाए, ताकि कोई और विनय नरवाल, कोई और मासूम पर्यटक इस तरह की बर्बरता का शिकार न बने।