भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली के उपराज्यपाल ने देशवासियों को शुभकामनाएँ दीं और संविधान में निहित लोकतांत्रिक मूल्यों को सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने विशेष रूप से सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों और पुलिस बल के योगदान को सराहा।
अपने संदेश में उपराज्यपाल ने कहा कि यह दिन देश के समग्र विकास के लिए खुद को फिर से समर्पित करने का अवसर है। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और संविधान निर्माता डॉ. बी.आर. अंबेडकर सहित संविधान सभा के सदस्यों को श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने कहा कि सुशासन लोकतंत्र की सफलता की कुंजी है और सरकार का मुख्य उद्देश्य जनता, विशेष रूप से वंचित वर्गों तक विकास योजनाओं का लाभ पहुँचाना होना चाहिए। गणतंत्र दिवस संविधान द्वारा दिए गए मूल्यों को आत्मसात करने की प्रेरणा देता है।
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दिल्ली के संदर्भ में उपराज्यपाल ने आगामी विधानसभा चुनावों की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह गणतंत्र दिवस विशेष महत्व रखता है। उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे लोकतंत्र की सच्ची भावना के अनुरूप अपने मताधिकार का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि मतदाता न केवल सरकार चुनेंगे, बल्कि ऐसी व्यवस्था का चयन करेंगे जो आने वाले पाँच वर्षों तक उनके जीवन को प्रभावित करेगी।
उन्होंने यह भी चेताया कि वैश्विक स्तर पर चुनावों को सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से प्रभावित करने के प्रयास किए जाते रहे हैं। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे बिना किसी बाहरी दबाव के अपने निर्णय लें और लोकतंत्र को सुदृढ़ करें।
इस वर्ष गणतंत्र दिवस का विषय भारत की समृद्ध संस्कृति और विरासत तथा हाल के वर्षों में हुई प्रगति पर केंद्रित है। उपराज्यपाल ने दिल्ली की ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित करने और शहर के समग्र विकास के लिए मिलकर कार्य करने का आह्वान किया।
अंत में, उपराज्यपाल ने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए दिल्ली को उन्नति की ओर अग्रसर करने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा कि नागरिकों को अपने मताधिकार का सही उपयोग करना चाहिए ताकि लोकतंत्र की जड़ें और मजबूत हो सकें।