भारतीय फुटबॉल टीम से एक बड़ी खबर आ रही है। भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने इंटरनेशनल फुटबॉल से संन्यास लेने की घोषणा की है। सुनील ने ये घोषणा सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करके की है। वीडियो में उन्होंने बताया कि वो अपना आखिरी मैच छह जून को कुवैत के खिलाफ खेलेंगे।
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सुनील छेत्री ने बताया कि वह अपना आखिरी मुकाबला छह जून को कुवैत के खिलाफ खेलेंगे। छेत्री ने इसकी जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर वीडियो जारी कर दी।
https://twitter.com/panchayati_pt/status/1790974072924377091
बता दें कि सुनील छेत्री ने अभी तक देश को कई मैचों में जीत दिलाई है। छेत्री ने अभी तक 150 मैच खेले हैं और 26 मार्च तक के आंकड़ों के अनुसार 94 गोल दागे हैं। सुनील ने सोशल मीडिया पर 9 मिनट 51 सेकंड का वीडियो पोस्ट किया है। वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा, ‘मैं आपसे कुछ कहना चाहता हूं।’
वीडियो में सुनील काफी भावुक दिखे। इस दौरान उन्होंने अपने डेब्यू मैच को याद करके सुखी सर को भी याद किया। आगे उन्होंने कहा कि डेब्यू वाले दिन को वो जिंदगी में कभी नहीं भूल सकते हैं। पहले मैच के दौरान नेशनल टीम की जर्सी पहनना एक अलग एहसास था।
देश को दिलाई ये उपलब्धियां
सुनील छेत्री ने भारत को 2007 , 2009 और 2012 नेहरू कप , साथ ही 2011 , 2015 , 2021 और 2023 SAFF चैम्पियनशिप जीतने में मदद की । उन्होंने 2008 एएफसी चैलेंज कप में भारत को जीत दिलाई , जिसने उन्हें 27 वर्षों में अपने पहले एएफसी एशियाई कप के लिए क्वालिफाई किया। 2011 में अंतिम टूर्नामेंट में दो बार स्कोर किया। 2016 में छेत्री ने बेंगलुरू एफसी को एएफसी कप में रजत पदक दिलाया। छेत्री को 2007, 2011, 2013, 2014, 2017, 2018-19 और 2021-22 में रिकॉर्ड सात बार एआईएफएफ प्लेयर ऑफ द ईयर भी चुना गया है ।
छेत्री को उनकी उत्कृष्ट खेल उपलब्धि के लिए 2011 में अर्जुन पुरस्कार , 2019 में पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार मिला। 2021 में, उन्हें भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार मिला और वह यह पुरस्कार पाने वाले पहले फुटबॉलर बने।