सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो से जुड़े वल्गर कॉमेडी विवाद में यूट्यूबर रणवीर इलाहबादिया और आशीष चंचलानी की याचिकाओं पर सुनवाई की। इस दौरान, कोर्ट ने विवाद से जुड़े चार लोगों में से एक समय रैना का जिक्र करते हुए नाराजगी जताई और कहा कि वह खुद कनाडा भाग गए हैं और वहां जाकर कोर्ट की कार्यवाही पर टिप्पणी कर रहे हैं। कोर्ट ने यह भी कहा कि आजकल की युवा पीढ़ी खुद को बहुत ओवरस्मार्ट समझती है।
कोर्ट ने समय रैना को लेकर जताई नाराजगी
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार, जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि समय रैना, जो इस विवाद से जुड़े चार लोगों में से एक हैं, खुद कनाडा भाग गए और वहां अपने शो के दौरान मामले पर बात कर रहे हैं। जज ने यह टिप्पणी करते हुए कहा, “यह यंग जेनेरेशन खुद को ज्यादा ओवरस्मार्ट समझती है और शायद वे उन क्षेत्राधिकारों को नहीं समझते हैं जो कोर्ट को प्राप्त हैं।” इस पर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने भी सहमति जताई और कहा, “हां, खुद विदेश भाग गया और फिर कार्यवाही का मजाक बना रहा है।”
रणवीर इलाहबादिया को मिली शो प्रसारित करने की अनुमति
सुप्रीम कोर्ट ने रणवीर इलाहबादिया को अपने शो को जारी रखने की अनुमति दी, लेकिन साथ ही उन्हें हिदायत दी कि वे कोर्ट में विचाराधीन मामलों पर टिप्पणी नहीं करेंगे। जस्टिस सूर्यकांत ने इस दौरान समय रैना का जिक्र किया और कहा कि मामले से जुड़े एक आरोपी ने विदेश में आयोजित एक शो के दौरान कोर्ट की प्रोसीडिंग्स पर टिप्पणी की, जो कि कोर्ट की अवमानना हो सकती है।
समय रैना ने शो में की थी कोर्ट की प्रोसीडिंग्स पर टिप्पणी
इस वक्त समय रैना कनाडा में हैं, ने वहां अपने शो ‘समय रैना अनफिल्टर्ड टूर’ में वल्गर कॉमेडी विवाद और रणवीर इलाहबादिया मामले से जुड़ी कोर्ट प्रोसीडिंग्स पर टिप्पणी की थी। उनके एक फैन शुभम दत्ता ने फेसबुक पर पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने समय रैना के शो का एक्सपीरियंस शेयर किया था और उनकी तारीफ की थी। हालांकि, बाद में शुभम दत्ता ने वह पोस्ट डिलीट कर दिया, लेकिन तब तक यह पोस्ट कई लोगों द्वारा शेयर की जा चुकी थी।
समय रैना के शो के दौरान की गई टिप्पणियां
समय रैना के शो के दौरान किए गए कुछ कमेंट्स में उन्होंने कहा, “इस शो पर बहुत मौके आएंगे, जहां आपको लगेगा कि मैं बहुत फनी कुछ बोल सकता हूं, पर तब बीयरबाइसेप्स को याद कर लेना।” रणवीर इलाहबादिया को ‘बीयर बाइसेप्स’ के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा, समय रैना ने यह भी कहा था, “शायद समय खराब चल रहा है मेरा, पर याद रखना दोस्तों मैं समय हूं।”
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सुप्रीम कोर्ट का यह कदम यह दर्शाता है कि मीडिया और सार्वजनिक शख्सियतों को अपने शब्दों और टिप्पणियों के प्रति जिम्मेदार होना चाहिए, खासकर जब वे कोर्ट में चल रही प्रक्रियाओं से जुड़े होते हैं। युवा पीढ़ी को यह सिखने की आवश्यकता है कि अपने प्रभाव का सही तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए, और उन्हें यह समझना चाहिए कि कानूनी क्षेत्राधिकार और कोर्ट की प्रक्रियाओं का सम्मान करना जरूरी है।