देश में आए दिन नई-नई बीमारियां सामने आ रही हैं। कोविड-19 के बाद से लोगों में बीमारियों को लेकर चिंता बढ़ गई है। साथ ही लोग स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा सजग भी हो गए हैं।
इसी बीच एक नई बीमारी ने एंट्री ली है जिसने सबकी धड़कनें बढ़ा दी हैं। केरल में एक नए वायरल की पुष्टि हुई है। केरल के तीन जिलों में वेस्ट नाइल बुखार के मामले सामने आए हैं। मलप्पुरम, कोझिकोड और त्रिशूर जिले में वेस्ट नाइल बुखार के मामले सामने आ रहे हैं। जिसने प्रशासन की टेंशन बढ़ा दी है।
इन तीन जिलों में वेस्ट नाइल के अभी तक 10 से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं जिसके बाद से प्रशासन ने दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि बुखार आने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और लापरवाही ना बरतें।
क्या है वेस्ट नाइल बुखार?
वेस्ट नाइल बुखार एक वायरल बीमारी है जो वेस्ट नाइल वायरस (West Nile Virus) के कारण होती है। यह बुखार शरीर में दर्द, मस्तिष्क में सूजन और बुखार के रूप में प्रकट होता है। इसके लक्षणों में सिरदर्द, शरीर में दर्द और अत्यधिक थकान भी शामिल हो सकती हैं। खास लक्षणों में, वेस्ट नाइल से संक्रमित व्यक्ति को बुखार, भ्रम, मांसपेशियों में कमजोरी, दिखने में समस्या, याददाश्त कमजोर हो सकती है।
यह बीमारी मुख्य रूप से मच्छरों के काटने से होती है। यह अक्सर गर्मी के मौसम में अधिक प्रभावित होता है।
ऐसे करें बचाव
वेस्ट नाइल से बचने के लिए अपने आस-पास मच्छरों को पनपने ना दें। मच्छर मारने वाली दवाओं का छिड़काव करते रहें। मच्छरदानी, रेपेलेंट का इस्तेमाल करें।