भारत और कनाडा के बीच चल रहा तनाव काम नहीं हो रहा। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपना आरोप दोहराते हुए कहा है कि हमने कई सप्ताह पहले भारत के साथ विश्वसनीय आरोप साझा किए हैं। पिछले दिनों भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा था कि कनाडा ने निज्जर हत्याकांड से जुड़ा कोई जानकारी साझा नहीं कि है भारत के साथ। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आगे कहा कि हम भारत के साथ रचनात्मक रूप से काम करने के लिए वहां हैं और हमें उम्मीद है कि वे हमारे साथ जुड़ेंगे ताकि हम इस बेहद गंभीर मामले की तह तक पहुंच सकें।
#WATCH | On the India-Canada row, Canadian PM Justin Trudeau says, "In regards to India, Canada has shared the credible allegations with India. We did that many weeks ago. We are there to work constructively with India and we hope that they engage with us so that we can get to… pic.twitter.com/lpgAwKfSdN
— ANI (@ANI) September 22, 2023
कनाडा के विपक्षी नेता का बयान
कनाडा में विपक्ष के नेता ने हिन्दुओं के खिलाफ बढ़ते नफ़रती आवाज पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि प्रत्येक कनाडाई बिना किसी डर के जीने और अपने समुदाय में स्वागत महसूस करने का हकदार है। हाल के दिनों में, हमने कनाडा में हिंदुओं को निशाना बनाते हुए घृणित टिप्पणियाँ देखी हैं। कन्जर्वेटिव्स हमारे हिंदू पड़ोसियों और दोस्तों के खिलाफ इन टिप्पणियों की निंदा करते हैं। हिंदुओं ने हमारे देश के हर हिस्से में अमूल्य योगदान दिया है और उनका यहां हमेशा स्वागत किया जाएगा।
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Every Canadian deserves to live without fear and feel welcomed in their community.
In recent days, we have seen hateful comments targeting Hindus in Canada. Conservatives condemn these comments against our Hindu neighbours and friends. Hindus have made invaluable contributions…
— Pierre Poilievre (@PierrePoilievre) September 22, 2023
अमेरिका का बयान
अमेरिकी विदेश सचिव (राज्य) ब्लिंकन का कहना है कि यह महत्वपूर्ण है कि भारत नज्जर की मौत की जांच पर कनाडाई लोगों के साथ काम करे। हम कनाडा और भारत सरकार के साथ कोआर्डिनेट कर रहे हैं। हम कथित अंतरराष्ट्रीय दमन पर सतर्कता और जवाबदेही देखना चाहते हैं। हम कथित अंतर्राष्ट्रीय दमन के किसी भी उदाहरण के बारे में बेहद सतर्क हैं, जिसे हम बहुत गंभीरता से लेते हैं। अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि एक अंतरराष्ट्रीय प्रणाली में, कोई भी देश जो इस तरह के कृत्यों में शामिल होने चाहता है, वह ऐसा नहीं कर सकता है।