प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के शहरी क्षेत्रों के लाभार्थियों से शनिवार को संवाद किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि विकसित भारत के संकल्प के साथ मोदी की गारंटी वाली गाड़ी देश के कोने-कोने में पहुंच रही है। इस यात्रा को शुरू हुए एक महीना पूरा हो चुका है। इस एक महीने में ये यात्रा हजारों गांवों के साथ-साथ डेढ़ हजार शहरों में भी पहुंच चुकी है। इनमें से अधिकतर शहर छोटे शहर हैं।
उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा को हरी झंडी भले ही मोदी ने दिखाई है, लेकिन सच्चाई ये है कि आज देशवासियों ने उस यात्रा की कमान संभाल ली है। एक जगह जहां पर यात्रा खत्म होती है, वहां से दूसरे गांव या शहर के लोग इस यात्रा की अगुवाई करने लग जाते हैं।
पीएम श्री @narendramodi का 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' (शहरी) के लाभार्थियों से संवाद। https://t.co/KSe6SFDzCZ
— BJP (@BJP4India) December 16, 2023
विकसित भारत के संकल्प में हमारे शहरों की बहुत बड़ी भूमिका है। आजादी के लंबे समय तक जो भी विकास हुआ, उसका दायरा देश के कुछ बड़े शहरों तक सीमित रहा। लेकिन आज हम देश के टीयर 2 और टीयर 3 शहरों के विकास पर बल दे रहे हैं। देश के सैंकड़ों छोटे शहर ही विकसित भारत की भव्य इमारत को सशक्त करने वाले हैं।
अमृत मिशन हो या स्मार्ट सिटी मिशन, इनके तहत छोटे शहरों में मूल सुविधाओं को बेहतर बनाया जा रहा है। गरीब हो, न्यू मिडिल क्लास हो, मिडिल क्लास हो या संपन्न परिवार हो, हर किसी को बढ़ती हुई सुविधाओं का लाभ मिल रहा है।
जब कोरोना का इतना बड़ा संकट आया था, तो सरकार ने आपकी मदद करने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ी। हमारी सरकार ने कोरोना के संकट के दौरान 20 करोड़ महिलाओं के बैंक खाते में हजारों करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। ये हमारी सरकार है, जिसने हर व्यक्ति को कोरोना की मुफ्त वैक्सीन सुनिश्चित कराई। हमारी सरकार ने ही कोरोना काल में हर गरीब के लिए मुफ्त राशन की योजना शुरू की।
पीएम मोदी ने कहा कि आज पीएम स्वनिधि योजना से रेहड़ी-पटरी वाले साथियों को बैंकों से सस्ता और आसान ऋण मिल रहा है। देश में 50 लाख से अधिक ऐसे साथियों को बैंकों से मदद मिल चुकी है। इस यात्रा के दौरान भी सवा लाख साथियों ने मौके पर ही पीएम स्वनिधि के लिए आवेदन किया है। इस योजना के 75% से अधिक लाभार्थी दलित, पिछड़े और आदिवासी समाज के साथी है, इसमें भी करीब 45% लाभार्थी हमारी बहनें हैं। यानी जिनके पास बैंक में रखने के लिए कोई गारंटी नहीं थी, मोदी की गारंटी उनके काम आ रही है।